एल एस बघेल, आगरा। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के स्वजनों ने बहुत ही सादगी के साल नया साल ताजमहल के साये में मनाया और किसी को भनक तक नहीं लगी। दोपहर का खाना यहीं खाया और शाम को ही वापस दिल्ली लौट गये। उनके साथ न तो कोई वीआईपी का तामझाम था और न ही गाड़ियों का काफिला था।इसलिए किसी को उनके वीआईपी होने की भनक तक नहीं लगी। सामान्य आदमी की तरह वे एक जनवरी को ताजमहल और किला देखकर दिल्ली वापस लौट गये।
देर से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति भवन से जिला प्रशासन को सूचना मिली कि नये साल पर महामहिम के स्वजन आगरा में ताजमहल और किला देखेंगे। जिला प्रशासन ने सामान्य तरीके से पुलिस को सूचित कर दिया। जब उनकी गाड़ियां आगरा जिले की सीमा में पहुंचीं तो पुलिस एस्कोर्ट की गाड़ी उन्हें लेकर सीधे ताजमहल लेकर पहुंच गये। वहां किसी को भनक भी नहीं लगी कि ये महामहिम के परिवार के बहुत ही निकट के लोग हैं। इसलिए उन्होंने सीधे ताजमहल में प्रवेश कर लिया। पुलिस कर्मियों ने ताजमहल दिखाया। काफी देर तक वे ताजमहल की खूबसूरती को निहारते रहे। उन्होंने फोटो भी खिंचवाये। हालांकि नया साल होने के कारण उस दिन ताजमहल के अंदर भीड़भाड़ भी काफी थी। इसलिए वहां मीडिया वालों को भी भनक नहीं लगी। जिला प्रशासन के लोग भी वीआईपी के नाते वहां पहुंच गये थे। यहां से वे सीधे आगरा फोर्ट पहुंचे। जहां पुलिस कर्मियों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें आगरा किला दिखाया। किले पर भी उन्होंने खूब फोटो खिंचवाये।
किला देखने के पश्चात जिला प्रशासन के अधिकारी उन्हें सर्किट हाउस लेकर पहुंचे। जहां उनको भोजन कराया। वहां पर वे लगभग एक घंटे रुके। इस दौरान उनके साथ आये राष्ट्रपति भवन के सुरक्षा कर्मी ने इतना जरूर बताया कि वे महामहिम के अत्यंत नजदीकी रिश्तेदार हैं। उनके साथ वीआईपी वाला तामझाम न होने के कारण मीडिया वाले भी नहीं समझ पाये और वे नया साल ताजमहल के साये में मनाकर वापस दिल्ली लौट गये।