नेताओं की मोहब्बत और जनता की नादानी: राजनीति की रंगमंचीय दुश्मनी और जनता की असली बेवकूफी
डॉ सत्यवान सौरभ कभी किरण चौधरी और शशि थरूर मंचों पर एक-दूसरे के खिलाफ़ खड़े होते हैं, कभी हिंदू-मुस्लिम के नाम पर पार्टियों की नीतियाँ बँटती हैं, और इसी बीच पिसती है आम जनता। क्या हमने कभी सोचा कि ये नेता तो एक-दूसरे से हाथ मिलाते हैं, कार्यक्रमों में एक-दूसरे की तारीफ़ भी कर देते […]
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