आगरा, 12 जनवरी। सिंधी भाषा के उत्थान के लिए रणनीति तैयार की गई है। समाज के बुजुर्गों को इस बात की चिंता है कि युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से दूर हो रही है। ऐसे में युवाओं को अपनी सांस्कृतिक पहचान से जोड़ने के लिए सिंधी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाए। दरेसी स्थित होटल लाल्स इन में भारतीय सिंधु सभा की बैठक में सिंधी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए मंथन किया गया। इस दौरान अमर शहीद हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी समापन समारोह का पोस्टर विमोचन भी किया गया। इसमें समाज से प्रबुद्धजन मौजूद रहे। बैठक में इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि सिंधी भाषा को अपनों की वजह से ही नुकसान हुआ है। हमने अपनी बोली से दूरी बना ली है। इस वजह से युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से दूर हो रही है। इससे सिंधी संस्कृति पर भी आंच आ रही है, क्योंकि संस्कृति भाषा से ही पल्लवित होती है। इसलिए सिंधी भाषा और संस्कृति को संभालने की बहुत जरूरत है। इसके लिए बड़े बुजुर्गों को आगे आना होगा।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सोनी ने कहा कि सिंधी भाषा पर बहुत काम करने की जरूरत है। आज की पीढ़ी ने सिंधी भाषा से दूरी बनाई है, तो इसके लिए कहीं न कहीं वरिष्ठ पीढ़ी के प्रयासों की कमी बड़ा कारण है। यह इस भाषा और संस्कृति को और नुकसान पहुंचाने का कारण बन रहे हैं। अनुभवी व वरिष्ठ पीढ़ी को आगे आना होगा। नई पीढ़ी को अपनी भाषा की अहमियत समझानी होगी।
घनश्याम दास देवनानी ने कहा कि नई पीढ़ी को भी समझना होगा कि अपनी भाषा और संस्कृति को मिटने न दे। कोई भी भाषा बोलना बच्चा अपनी मां से सीखता है। मातृ भाषा बच्चे की पहचान होती है। घरों में जब मां अपने बच्चे को सिंधी सिखाएगी। तभी वह सिंधी भाषा का महत्व समझेगा। गागन दास रमानी ने कहा कि वर्तमान समय में सिंधी समाज के लोगों द्वारा सिंधी भाषा नहीं बोलने के कारण समाज के बच्चे सिंधी भाषा व संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं। पाश्चात्य का असर उन्हें अपनी जमीन से दूर कर रहा है। परिवार को और अनुभवी लोगों को नई पीढ़ी का स्कूल बनना होगा। भाषा समाज में एकता बनाए रखेगी जिससे उसका विकास भी होगा।
भारतीय सिंधु सभा के प्रदेश महामंत्री चंद्र प्रकाश सोनी, प्रदेश संरक्षक घनश्याम दास देवनानी, गागन दास रामानी, राजकोठारी, किशोर बुधरानी,मीडिया प्रभारी मेघराज दियालानी,जयराम दास होतचंदानी, परमानंद आतवानी, नंदलाल आयलानी, नरेश देवनानी, राजकुमार गुरनानी, अमृत मखीजा, रोहित आयलानी, सुशील नोतनानी, लक्षमण गोकलानी,जगदीश डोडानी, जयप्रकाश केशवानी, नरेश धीरमलानी, अशोक चावला, अशोक कोडवानी आदि मौजूद रहे।
.
हेमू कालाणी जन्म शताब्दी समारोह में लेंगे भाग
भारतीय सिंधु सभा की बैठक में सर्वसम्मति से आगामी 31 मार्च को भोपाल जाने का निर्णय लिया है। भोपाल में अमर शहीद बलिदानी हेमू कालाणी का जन्मशताब्दी वर्ष समापन समारोह है। पूरे देश भर से सिंधी समाज के लोग शिरकत करेंगे। इसके पोस्टर का विमोचन बैठक में किया गया। जन्मशताब्दी समापन समारोह 31 मार्च को भोपाल के ऐतिहासिक लाल परेड मैदान में किया जाना प्रस्तावित है।