एटा (आगरा) । मलावन क्षेत्र में रोडवेज बस की टक्कर से साइकिल सवार की मौत हो गई। वहीं जैथरा थाना क्षेत्र में अनियंत्रित बाइक के फिसलने से घायल हुए युवक ने आगरा ले जाते समय दम तोड़ दिया।रविवार सुबह 7 बजे ग्राम हरचंदपुरकलां निवासी 30 वर्षीय प्रताप सिंह साइकिल से गेहूं पिसवाने के लिए जा रहे थे। जैसे ही वह गांव से बाहर निकले तभी रोडवेज बस ने टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गए। घायल को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल की हालत चिंताजनक देखते हुए उन्हें आगरा रेफर कर दिया। स्वजन ने बताया कि रास्ते में घायल प्रताप सिंह की मौत हो गई। दुर्घटना की रिपोर्ट रोडवेज बस के अज्ञात चालक के खिलाफ दर्ज कराई गई है।
वहीं जैथरा थाने के ग्राम रूपधनी के निकट अनियंत्रित बाइक फिसलने से ग्राम बाजिदपुर निवासी 32 वर्षीय अवधेश कुमार उर्फ मन्नू सड़क किनारे खड्ड में जा गिरे। हादसे के बाद घायल अवधेश को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत में आगरा ले जाते समय उनकी मौत हो गई। वहीं कोतवाली देहात क्षेत्र में कासगंज रोड स्थित आइटीआई के समीप ट्रक की चपेट में आकर बाइक सवार शहर के मुहल्ला मयूर बिहार निवासी राजीव कुमार घायल हो गया। एक अन्य हादसे में मिरहची थाना क्षेत्र के ग्राम विजयपुर निवासी गजेंद्र सिंह व उसका पुत्र देवेंद्र घायल हुए हैं।
महिला की मौत, गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप
एटा(आगरा) । जैथरा थाना क्षेत्र की महिला की अलीगंज स्वास्थ्य केंद्र पर मौत हो गई। मृतका के पति ने झोलाछाप पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है।
जैथरा थाना क्षेत्र के ग्राम खिरिया बनार निवासी 25 वर्षीय रूबी देवी पिछले तीन दिन से बुखार और पेट दर्द से परेशान थी। पति अरविंद कुमार ने बताया कि पत्नी को उसने अलीगंज के ग्राम स्थित ससुराल में झोलाछाप को दिखाया था। इस दौरान उसने दवा भी दी और इंजेक्शन भी लगाए। शनिवार दोपहर बाद पत्नी की हालत बिगड़ गई। झोलाछाप के कहने पर वह पत्नी को अलीगंज स्थित निजी चिकित्सक के यहां ले गया।हालत गंभीर होने के कारण आक्सीजन की जरूरत कहते हुए निजी चिकित्सक ने उसे अलीगंज स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया, जहां इलाज से पहले ही पत्नी की मौत हो गई। अलीगंज के इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने बताया कि मृतका के पति द्वारा झोलाछाप पर गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगाया गया था। बावजूद इसके रविवार शाम तक पति की ओर से पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है।
फिशिंग कैट का मृत बच्चा मिला, ग्रामीणों ने समझा बाघिन का शावक
एटा(आगरा) । कोतवाली देहात क्षेत्र में फिशिंग कैट का मृत बच्चा मिला है। ग्रामीण इसे बाघिन का शावक समझ रहे थे। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंच गई। जब मृत बच्चे की एक्सपर्ट से पुष्टि कराई गई तो वह फिशिंग कैट का बच्चा निकला। इसके साथ ही क्षेत्र में बाघ होने की अटकलों को भी विराम लग गया।
गांव नगला समल और नगला रसूल व अन्य गांवों के लोग कई दिन से वन विभाग को सूचना दे रहे थे कि उन्होंने बाघ को देखा है, इस सूचना पर विभाग की टीम लगातार खोजबीन कर रही थी, मगर बाघ के पंजों का कोई निशान नहीं मिला। इधर रविवार को दोपहर ग्रामीणों ने फिशिंग कैट के बच्चे को देखा तो वन विभाग को सूचना दी कि बाघिन का शावक मृत अवस्था में पड़ा है। इसके बाद वन विभाग की टीम पहुंच गई और एक्सपर्ट को मृत बच्चे का वीडियो और फोटो भेजा गया। एक्सपर्ट ने फिशिंग कैट का बच्चा होने की पुष्टि की। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि दो और बच्चे हैं जो जंगल की ओर भाग गए हैं। टीम उनकी खोजबीन में जुटी रहीं, लेकिन वे कहीं दिखाई नहीं दिए। इस दौरान ग्रामीण एकत्रित हो गए, कई दिन से वे दहशत में थे। बता दें कि डेढ़ माह पूर्व नगला समल में बाघिन पकड़ी गई थी, इसलिए लोग और ज्यादा दहशत में थे। फिशिंग कैट की पुष्टि होने के बाद ग्रामीणों और वन विभाग ने राहत की सांस ली है।