आगरा। डिफेंस कॉलोनी क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के हौसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं। नगर निगम द्वारा क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के उद्देश्य से लगाए गए गमलों को बार-बार तोड़े जाने की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों में गहरा रोष उत्पन्न कर दिया है। इन गमलों में लगाए गए पौधे न केवल कॉलोनी की शोभा बढ़ा रहे थे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के प्रयास का हिस्सा थे। परंतु कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इन गमलों को तोड़ना और पौधों को नुकसान पहुंचाना प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
डिफेंस कॉलोनी यूथ वेलफेयर सोसाइटी ने इस संबंध में कई बार नगर निगम और स्थानीय पुलिस प्रशासन को लिखित शिकायतें सौंपी हैं। शिकायतों में यह भी उल्लेख किया गया है कि असामाजिक तत्व देर रात के समय गमलों को तोड़ते हैं और वहां फैली गंदगी से आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है। बावजूद इसके, न तो पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई की और न ही नगर निगम की ओर से कोई निगरानी बढ़ाई गई।
इसी उपेक्षा और लापरवाही से आक्रोशित होकर क्षेत्रवासियों ने आज डिफेंस कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन में शामिल नागरिकों का कहना था कि अगर शीघ्र ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन को व्यापक स्तर पर ले जाएंगे और शहर के उच्च अधिकारियों से लेकर शासन स्तर तक इस मुद्दे को उठाएंगे।क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि यह केवल गमलों को तोड़ने का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के अनुशासन और नगर व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है। “अगर प्रशासन और पुलिस अब भी नहीं जागे, तो यह प्रवृत्ति आगे और बढ़ेगी,” एक निवासी ने कहा।
डिफेंस कॉलोनी सोसाइटी ने पुनः स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि आने वाले दिनों में इस विषय पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो क्षेत्रवासी शांतिपूर्ण आंदोलन को मजबूर होकर बड़ा रूप देंगे। कॉलोनी के लोग एकजुट हैं और उनका कहना है कि वे अपने क्षेत्र की हरियाली और सौंदर्य की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ लंबी लड़ाई ही क्यों न लड़नी पड़े।
