
आगरा, 6 अक्टूबर। आगरा-मथुरा के दंगलों में तो हजारों की भीड़ लग जाती है लेकिन गद्दों पर लड़ने के लिये पहलवान आगे नहीं आते। यही कारण है कि यहां के पहलवान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं चमक पा रहे हैं। ये कहना है उत्तर प्रदेश के कुश्ती सचिव सुरेश उपाध्याय का। आजमगढ़ के मूल निवासी नार्दन रेलवे में एसएनटी ब्रांच के प्रेसीडेंट श्री उपाध्याय आगरा के एकलव्य स्टेडियम में चल रही राज्य कुश्ती प्रतियोगिता के सिलसिले में यहां आये हुए हैं।
इसी दौरान बातचीत में उन्होंने कहा कि पहलवानों के अभिभावकों को जागरूक होना पड़ेगा। इन पहलवानों के लिये अच्छी डायट की व्यवस्था करनी पड़ेगी। मिट्टी में कुश्ती लड़ने के बजाए गद्दों पर लड़ें। हालांकि गद्दों पर कुश्ती लड़ने के लिये अधिक दमखम की जरूरत पड़ती है। उन्होंने विशेषकर आगरा-मथुरा के पहलवानों का आह्वान किया कि वे गद्दों पर कुश्ती लड़ा करें। जिससे कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहरा सकें।
कुश्ती खिलाड़ियों का भविष्य उज्ज्वल
श्री उपाध्याय ने कहा कि यूपी में कुश्ती खेल का भविष्य बहुत अच्छा है। जूनियर, सब-जूनियर के अलावा अंडर-23 वर्ष की प्रतियोगिताओं में हम चैंपियनशिप जीतकर लौटे हैं। पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में हम हैं। उन्होंने स्वीकारा कि देश में हरियाणा के पहलवान आगे हैं लेकिन साथ ही कहा कि अगर गार्जियन साथ दें तो हम कुश्ती में हरियाणा को पीछे छोड़ देंगे। गार्जियन कुश्ती लड़ने वाले अपने बच्चों को अच्छी डायट के साथ ही गाइडेंस अच्छी दिलायें तथा उनको खेलने का समय दें। कोचिंग भी बढ़िया दिलायें। उन्होंने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मेडल लाने वाले पहलवानों को भी रोजगार के रास्ते खुले हुए हैं।
भारतीय महिला कुश्ती टीम की कोच हैं आगरा की भारती बघेल
आगरा की भारती बघेल का जिक्र करते हुए यूपी सेक्रेटरी ने कहा कि वह भारतीय महिला कुश्ती टीम की कोच हैं। जो टीम विदेशों में जाकर खेल रही है। इससे पहले भारती अच्छे स्तर की पहलवान रही हैं।
आगरा में कुश्ती एसोसिएशन को लेकर कोई विवाद नहीं
यूपी सेक्रेटरी ने कहा कि आगरा में कुश्ती एसोसिएशन को लेकर कोई विवाद नहीं है। रि. ले. नेत्रपाल सिंह सचिव हैं और नीतीश शर्मा अध्यक्ष हैं। श्री उपाध्याय ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जो बढ़िया काम करेगा, वही एसोसिएशन में रहेगा। आगरा के रामनिवास शर्मा के बारे में बताया कि वे बहुत पहले ही कुश्ती संघ से हटा दिये गये हैं।
