एटा (आगरा)। मिरहची थाना क्षेत्र में प्रसव पीड़ा से परेशान महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। गश्त पर मौजूद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सरकारी एंबुलेंस बुलाकर जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचा दिया।बुधवार रात 11 बजे ग्राम समसपुर निवासी नारायन देवी को प्रसव पीड़ा से परेशान होने पर स्वजन उसे अस्पताल ले जा रहे थे। मिरहची चौराहे पर वह वाहन का इंतजार कर रहे थे। तभी महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दे दिया। मामले की जानकारी मिलते ही गश्त पर मौजूद आरक्षी राहुल कुमार, विपिन कुमार भाटी तथा राहुल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सरकारी एंबुलेंस को बुलाकर जच्चा-बच्चा को अस्पताल भिजवा दिया। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला के स्वजन ने पुलिसकर्मियों के सहयोग की सराहना की गई।
भैंस की सांकर में फंसकर महिला की मौत
एटा (आगरा)। रिजोर थाना क्षेत्र में भैंस की सांकर में महिला का हाथ फंस गया। वह महिला को घसीटते हुए ले गई। जानकारी होने पर स्वजन व ग्रामीणों ने भैंस को घेरकर महिला का हाथ सांकर से निकाला। घायल हालत में महिला को मेडिकल कालेज लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
हादसा ग्राम गुमानपुर का है। गांव के निवासी पप्पू सिंह की 40 वर्षीय पत्नी मुन्नी देवी घेर में बंधी भैंस खोलकर घर ला रहीं थीं। तभी रास्ते में मिले सांड़ ने भैंस को दौड़ा लिया। इस दौरान भैंस की सांकर में मुन्नी देवी का हाथ फंस गया, जिससे वह काफी दूर तक घसीटती हुई चली गईं। स्वजन ने ग्रामीणों की मदद से भैंस को घेरकर सांकर में फंसा मुन्नी देवी का हाथ निकाला। घायल हालत में स्वजन उसे मेडिकल कालेज ले आए, जहां डाक्टरों ने मुन्नी देवी को मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना मृतक के भतीजे राहुल द्वारा पुलिस को दे दी गई है। हादसे के बाद से ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
19 साल में पहली बार ढकपुरा में बंटा पुष्टाहार
एटा (आगरा)।जलेसर के गांव बोर्राकलां के उप गांव ढकपुरा में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित था, कार्यकर्ता भी काम करती रहीं, लेकिन पुष्टाहार कभी नहीं बंटा। पहली बार गुरुवार को बच्चों के लिए पुष्टाहार का वितरण किया गया।यह योजना प्रदेश में 2004 में प्रारंभ हुई थी, जब से 19 वर्ष हो चुके लेकिन गांव के किसी को भी पुष्टाहार वितरण नहीं हुआ था। तमाम शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर भाजपा महिला मोर्चा की जिला कार्यकारिणी सदस्य आशा राघव ने जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल से मामले की शिकायत की थी। शिकायत के बाद गुरुवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रजनी देवी एवं मधु रानी दलिया, रिफाइंड और दाल के पैकेट लेकर गांव पहुंची। 75 बच्चों को पुष्टाहार वितरित किया। शिकायतकर्ताओं ने जांच की मांग भी की है कि 19 वर्षों से पुष्टाहार कहां जा रहा था क्या विभागीय सांठगांठ के चलते पुष्टाहार कागजों में ही वितरित हो गया। बाल विकास परियोजना अवागढ़ की सीडीपीओ सोनी कुशवाहा ने बताया कि वे 8 माह पहले ही यहां नियुकति पर आई हैं। इस गांव में पुष्टाहार वितरित हो रहा था या नहीं इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। शिकायत आने पर जानकारी हुई है तो अब वितरण कराया गया है। उधर एसडीएम अलंकार अग्निहोत्री ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी कि आखिर गांव में पुष्टाहार का वितरण क्यों नहीं हुआ। इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों से भी बात की जाएगी।