आगरा, 12 जनवरी।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली;उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ एवं मा० जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा विवेक संगल के दिशानिर्देशन में, आज राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में मानसिक चिकित्सालय, आगरा के प्रशिक्षण भवन में संस्थान में अध्ययनरत/ शोधरत प्रशिक्षुओं/ छात्रों के मध्य युवा मन की विशिष्ट मनोवृत्ति विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता ज्ञानेंद्र त्रिपाठी,अपर जिला जज/ सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा द्वारा की गई। शिविर में मानसिक आरोग्य संस्थान, आगरा के निदेशक डॉ० ज्ञानेंद्र कुमार, अधीक्षक दिनेश कुमार राठौर, कर्मचारीगण एवम् छात्र/ छात्रा उपस्थित रहे। प्राधिकरण के सचिव ज्ञानेंद्र त्रिपाठी द्वारा इस अवसर पर युवाओं में व्याप्त अवसाद, नकारात्मक भाव, निराशा तथा परिणामस्वरूप उनके द्वारा कारित अपराध के संबंध में विधिक व मनोवैज्ञानिक पक्ष पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई तथा खुली चर्चा की गई, जिसमें संस्थान के चिकित्सकों व छात्रों की सक्रिय सहभागिता रही।
इसके अतिरिक्त आज परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश विपिन कुमार, की अध्यक्षता में वैवाहिक एवम् दाम्पत्य वादों से संबंधित प्रार्थना पत्रों को प्रीलिटिगेशन के माध्यम से सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित कराने हेतु काउंसलरों, मध्यस्थो व परिवार न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों के साथ बैठक की गई। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश विपिन कुमार द्वारा उपस्थित मध्यस्थगणों एवं काउंसलरों को निर्देशित किया गया कि प्राप्त वैवाहिक एवं दांपत्य वादों में व्यक्तिगत रुचि लेते हुए अधिक से अधिक प्रार्थना पत्रों के निस्तारण का प्रयास करें।