आगरा, 4 फरवरी। “उ0प्र0 मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना“ के अंतर्गत कोविड-19 से प्रभावित बच्चों को लैपटॉप वितरण कार्यक्रम आज कैबिनेट मंत्री, महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा व पुष्टाहार उ0प्र0 श्रीमती बेबी रानी मौर्य द्वारा, देवेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्री मती निर्मला दीक्षित सदस्य राज्य महिला आयोग व मंडलायुक्त अमित गुप्ता जी की गरिमामयी उपस्थित में मण्डलायुक्त सभागार में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में ऐसे बच्चे जिनके माता/पिता की कोविड-19 से दुखद मृत्यु हुई है तथा जो कक्षा 09 से 12 के छात्र/छात्राएं हैं, को उत्तर प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उ.प्र. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड-19) के अंतर्गत जनपद आगरा से 50, मैनपुरी से 08, मथुरा से 06 तथा फिरोजाबाद से 07 बच्चों को लैपटॉप वितरण किया गया। सर्वप्रथम सभी अतिथियों का जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा पुष्पगुच्छ व बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में मंत्री महोदया ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु कोविड-19 से हुई, उनकी परवरिश, जिम्मेदारी उठाने वाला कोई नहीं था, ऐसे बच्चों का कोई सहारा नहीं था, हमारी सरकार उनकी सहारा बनी। उन्होंने कन्या सुमंगला, लक्ष्मीबाई योजना जैसी विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि निराश्रित सहारा बच्चे ही नहीं, बल्कि बेटियों के लिये भी सरकार ने विभिन्न योजनायें चलाकर बेटियों की चिन्ता की है और उनकी पढ़ाई से शादी तक की चिन्ता सरकार द्वारा की जा रही है। सभी मण्डलीय जिला प्रोबेशन अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वह बेटियों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं की सभी औपचारिकतायें तत्काल प्राथमिकता से पूर्ण करायें।उनसे अनावश्यक कार्यालय के चक्कर न लगवायें। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिये सरकार विभिन्न निजी औद्योगिक संस्थानों से बात कर उन्हें ट्रेनिंग व रोजगार देने की पहल कर रही है, उन्होंने लैपटॉप प्राप्त करने वाले सभी बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज आईटी का युग है। लैपटॉप एक माध्यम है, यह एक ऐसा सहारा है जिसके द्वारा आप अपने भविष्य की योजनाओं, अपने लक्ष्य जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, यह उस सबका रास्ता दिखाने वाला यंत्र है।
कार्यक्रम में देवेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने उपस्थित बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार व बाल आयोग आपके साथ है, आप लक्ष्य के साथ मन लगाकर व समर्पण के साथ आगे बढ़ें, बच्चों के मुस्कान के लिये हम कार्य कर रहे हैं, आयोग को बच्चों को नशे से बचाने, बाल श्रम पर कड़ाई से रोक लगाने का कार्य किया गया है तथा 2000 से अधिक बच्चों के बाल विवाह आयोग के प्रयासों से रोकने का कार्य किया गया है। कार्यक्रम को श्री मती निर्मला दीक्षित, सदस्य राज्य महिला आयोग ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 में आपने अपने माता या पिता खोये, कोई अभिभावक नहीं रहा, ऐसे सभी बच्चों की सरकार ने जिम्मेदारी ली, उनके शैक्षिक उन्नयन में रूकावट न हो उसके लिये मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड-19) के अंतर्गत लैपटॉप वितरण की योजना प्रारम्भ की, जिससे कि पढ़ाई बोझ न बने, लैपटॉप आपके जीवन में संचार क्रान्ति तथा पढ़ाई का अवसर मुहैया करायेगा, आप इसका सदोपयोग करें। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकन्डन, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास श्रीमती श्रुति शुक्ला, महिला कल्याण अधिकारी वर्तिका दीक्षित, डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन अधिकारी, आगरा मनोज कुमार पुष्कर, मथुरा अनुराग श्याम रस्तोगी, मैनपुरी अजयपाल सिंह, फिरोजाबाद मिथिलेश कुमार सिंह सहित सम्बन्धित मण्डलीय अधिकरीगण मौजूद रहे।