टूंडला विधायक की माताजी का सोमवार अलशुबह हो गया था देहांत
टूंडला विधायक के आवास से शव यात्रा गृह जनपद एटा के लिए जा रही थी
स्वयं भाजपा विधायक जाम से शव यात्रा को निकलवाने, वाहन से उतरे
टूंडला पुलिस शव यात्रा को जाम से नहीं निकलवा पायी
जाम के झाम से त्राही त्राही, हर कोई हलकान
जनता जाम से त्रस्त, पुलिस मस्त
विधायक तक ख़ुद जाम में,आम जनता किससे करे फ़रियाद
टूंडला पुलिस सुभाष चौराहे के जाम को नहीं कर पा रही हैं ख़त्म
फिरोजाबाद । भारतीय जनता पार्टी टूंडला विधान सभा के विधायक की माताजी का देहांत सोमवार की अलशुबह हो गया था। जिसकी खबर भाजपा के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, समर्थकों के साथ उनके रिश्तेदारों को लग गयी थी। शुबह से ही भाजपा विधायक प्रेम पाल सिंह धनगर के टूंडला आवास वैशालीपुरम पर लोगो का आना शुरू हो गया था। जिससे काफी भीड़ इकट्ठी हो गयी थी।
चूँकि विधायक प्रेम पाल सिंह धनगर का पैतृक गृह जनपद एटा है, इसलिए माताजी के शव को टूंडला से एटा के लिए ले जाया जा रहा था।
बताते चलें कि माताजी की शव यात्रा जैसे ही टूंडला चौराहे के निकट पहुंची तो चौराहे पर पहले से ही भीषण जाम लगा होने के कारण उसमें फंस गयी। विधायक समर्थकों ने काफी प्रयास किया लेकिन शव यात्रा जाम से नहीं निकल पायी।
भीषण जाम में फसी शव यात्रा को निकालने के लिए स्वयं भजपा विधायक वाहन से उतरे और काफ़ी मशक्कत के बाद अपने समर्थको की मदद से शव यात्रा को जाम से मुक्ति दिलायी।
टूंडला पुलिस ने संवेदनहीनता की पराकाष्ठा की पार
भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रेमपाल सिंह धनगर की माता जी का देहांत हो गया था उनकी शव यात्रा को सकुशल उनके गृह जनपद ले जानें के लिए टूंडला पुलिस शव यात्रा के लिए रास्ता नहीं दे पायी इससे ज्यादा संवेदन हीनता और क्या हो सकती हैं।
एक ओर विधायक अपनी माताजी के वियोग में दुखी थे बड़े ही करुण हृदय से छलकते हुए आंसू और दुखी मन से माताजी को लेकर अपने पैतृक घर ले जा रहे थे टूंडला चौराहे पर लगे भीषण जाम में फसे रहे वहीं दूसरी ओर टूंडला पुलिस द्वारा शव यात्रा को सकुशल ना निकालने पर, जाम में बुरी तरह से फंस जानें से और ज्यादा व्यथित होकर दुखी हो गए।
क्या टूंडला पुलिस को शव यात्रा की खबर नहीं थी???
भाजपा विधायक की माताजी के निधन व शव यात्रा की क्या टूंडला पुलिस को खबर नहीं थी कि माताजी की शव यात्रा टूंडला से एटा के लिए जायेगी। अगर पता थी तो शव यात्रा को सकुशल निकलवाने के लिए पूरे इंतजामात क्यों नहीं किये गए इस बात से टूंडला पुलिस पर सवालिया निशान बनता है कि आखिर स्थानीय पुलिस और जिम्मेदार हुकमरानो ने इस बात को प्राथमिकता से क्यों नहीं लिया।
खैर कोई बात नहीं विधायक प्रेम पाल धनगर तो वैसे ही दुखी थे तो वह अपनी माताजी की शव यात्रा को टूंडला के जाम के झाम से अपने समर्थको की मदद से निकाल ले गए।
DM और कप्तान के आने पर ही सुभाष चौराहा होता है जाम मुक्त
टूंडला पुलिस को डीम और पुलिस कप्तान के आने की जैसे ही भनक लगती हैं तो स्थानीय होमगार्ड से लेकर बड़े जिम्मेदार अधिकारी भी अलर्ट मोड़ पर रहते हैं क्योंकि भाई बड़े साहब को सब कुछ एक दम ठीक ठाक दिखना चाहिए और अपने नंबर कम नहीं होने चाहिए।
रिपोर्ट- जे.पी. सिंह
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