सिंदूर की सौगंध: ‘एक था पाकिस्तान’ की गूंज, इतिहास के पन्नों में सिमटता सच
प्रियंका सौरभ स्वतंत्र पत्रकार, कवयित्री और व्यंग्यकार “एक था पाकिस्तान” – ये केवल तीन शब्द नहीं, बल्कि इतिहास की एक गहरी दास्तां है। यह उस विभाजन का प्रतीक है, जिसने दिलों को तोड़ा और घरों को उजाड़ा। लेकिन क्या हमें हमेशा इस नफरत के जाल में फंसे रहना चाहिए? हमें न केवल बाहरी दुश्मनों से, […]
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