एटा(आगरा)। मिरहची में ट्रक की चपेट में आकर बाइक सवार रिटायर्ड फौजी की मौत हो गई, जबकि स्कूटी सवार दिव्यांग घायल हो गया। हादसे के बाद पुलिस के देर से पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने सरकारी एंबुलेंस में तोड़फोड़ करते हुए मैन चौराहे पर जाम लगा दिया।
शनिवार सुबह 10.30 बजे ग्राम बढ़ारी निवासी 65 वर्षीय रिटायर्ड फौजी छोटेलाल बाइक से मिरहची कस्बा स्थित कासगंज रोड से गुजर रहे थे। तभी मैन चौराहे पर ट्रक ने उन्हें और गांव के ही स्कूटी सवार दिव्यांग जुगल किशोर उर्फ पप्पू को टक्कर मार दी। इस हादसे में छोटेलाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पप्पू घायल हो गया। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस के सीयूजी नंबर पर काल की, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। देर से पुलिस के पहुंचने पर लोगों में आक्रोश पनप गया और उन्होंने घायल को अस्पताल भिजवाने के लिए बुलाई गई सरकारी एंबुलेंस में तोड़फोड़ करते हुए मिरहची में मैन चौराहे पर जाम लगा दिया। घायल पप्पू का कासगंज के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
उपजिलाधिकारी शिव कुमार तथा सीओ सदर राघवेंद्र सिंह राठौर सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आक्रोशित लोगों को बताया कि दुर्घटना के बाद मौके से भागे आरोपित चालक को मय ट्रक के कोतवाली देहात पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने मिरहची थाना पुलिस द्वारा काल रिसीव न किए जाने के मामले की भी जांच कराए जाने का आक्रोशित लोगों को आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर दो घंटे बाद यातायात सुचारू हो सका। आगरा-बरेली हाइवे पर दो घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। मिरहची के इंस्पेक्टर जयेंद्र प्रसाद मौर्य ने बताया कि मृतक के चाचा उदयवीर सिंह की तहरीर पर दुर्घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
30 साल से फरार दुष्कर्म का आरोपित हाथरस में मिला
एटा(आगरा)। कोतवाली नगर क्षेत्र में हुए दुष्कर्म के मामले में जेल से जमानत के बाद 30 साल से फरार चल रहे आरोपित को हाथरस से गिरफ्तार किया गया है। वह एक मंदिर पर भेष बदलकर रह रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम एसएसपी की ओर से घोषित किया गया था।
शुक्रवार रात पुलिस को जानकारी मिली कि वर्ष 1990 में कोतवाली नगर में दर्ज हुए दुष्कर्म के मामले में जमानत के बाद फरार हुआ मुहल्ला चोंचा बनगांव निवासी हुकुम सिंह हाथरस जनपद में मंदिर पर पुजारी के भेष में रह रहा है। जिस पर पुलिस ने छापा मारकर उसे दबोच लिया। दुष्कर्म के मामले में 30 साल से अदालत में उपस्थित न होने के कारण 14 मार्च 2022 को अदालत में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह ने बताया कि गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से ही हुकुम सिंह उर्फ कुलवा उर्फ विनोद की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीम लगी हुई थी। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।