गुरुवार की शाम को बुडापेस्ट के रेलवे स्टेशन पर आदित्य बघेल (बाएं से दूसरा)
अपने साथियों के संग
एलएस बघेल, आगराः रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की सीमा से निकलकर आगरा का मेडिकल छात्र आदित्य बघेल व उनके साथी गुरुवार को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुंच गये हैं। यह जानकारी पाकर उनके स्वजनों को बड़ी राहत मिली है। उम्मीद है कि शुक्रवार को सुबह तक ये मेडिकल छात्र दिल्ली पहुंच जाएंगे।
आदित्य के पिता धर्मेंद्र बघेल ने बताया कि बच्चे दो दिन की यात्रा के बाद यूक्रेन के आखिरी स्टेशन पर आज सुबह पहुंचे। वहां से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए उन्हें रेलगाड़ी मिली। जिसमें उनको टिकट तो दिया गया लेकिन भारतीय बच्चों से रेल किराए के पैसे नहीं लिए गए। बुडापेस्ट के रेलवे स्टेशन से भारतीय बच्चों को लेने के लिए बस आयी। जोकि उन्हें होटल लेकर गयी। वहां सुबह से आराम किया। उन्हें खाना खिलाया गया। इसके पश्चात शाम के समय वे स्थानीय रेलवे स्टेशन गए। जहां से हवाई अड्डे गए। उन्होंने बताया कि संभावना जतायी जा रही है कि बुडापेस्ट से आज रात को ही फ्लाइट ले लेंगे और शुक्रवार को सुबह तक इनके नई दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। राष्ट्रीय स्तर के हाकी खिलाड़ी रहे व्धयवसायी धर्मेंद्र बघेल ने बताया कि अब उनके स्वजनों को काफी राहत है। उनके बेटे के साथ डेनीप्रो विश्वविद्यालय के मेडिकल छात्रों में एक गाजियाबाद का, एक दिल्ली और एक हरियाणा का है। बाकी बिहार समेत अन्य कई राज्यों के हैं। श्री बघेल ने कहा कि विगत छह दिन से उनके परिवार के लोग काफी तनाव में थे। लेकिन आज उनका बेटा जब यूक्रेन से निकलकर हंगरी पहुंच गया है तो उन्हें काफी राहत है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जैसे ही उनको दिल्ली पहुंचने की जानकारी मिलेगी तो ये खुशी और बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से हंगरी में पूरा सहयोग मिल रहा है। जिसको लेकर वे और स्वजन काफी खुश हैं।