आगरा: सिर की हड्डियों की विकृति से आंखों के बीच का बढ़ जाता है, इसे प्लास्टिक सर्जरी कर ठीक किया जा सकता है। वहीं, चेहरे की जन्मजात विकृति को प्लास्टिक सर्जरी से ठीक किया जा सकता है। रविवार को होटल क्लार्क शिराज में एसजीपीजीआइ, लखनऊ, इंडो गल्फ क्रेनियोफेशियल सोसाइटी द्वारा आगरा आगरा प्लास्टिक सर्जन सोसाइटी के सहयोग से आयोजित की गई गोष्ठी में प्लास्टिक सर्जरी की अत्याधुनिक तकनीकी पर चर्चा की गई।
ओमान से आए डॉ. तैमूर अल बुलुशी ने क्रेनोफेशियल सर्जरी की अत्याधुनिक तकनीकी पर चर्चा की। ओमान से ही आए डॉ. सुल्तान अल शक्सी ने हाइपरटेलोनिज्म के केस में जहां सिर की
हड्डियों की विकृति से आंखों के बीच का अंतर बढ़ जाता है, ऐसे केस में चेहरे को ठीक करने के लिए की जाने वाली सर्जरी पर चर्चा की। सोसाइटी के सचिव डॉ. संजीव शर्मा ने जन्मजात विकृति की सर्जरी पर जानकारी दी।
एसजीपीजीआइ, लखनऊ के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल ने जन्मजात विकृति की प्लास्टिक सर्जरी पर चर्चा की।
आगरा प्लास्टिक सर्जन सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. ओमकांत गुप्ता, सचिव डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. राहुल सहाय, कोषाध्यक्ष डॉ. आदित्य राय, संयुक्त सचिव डॉ. अनुरंजन गुप्ता, डॉ मनीष शर्मा डॉ. पुनीत भारद्वाज, आदि मौजूद रहे।
रिपोर्टर- पुष्पेंद्र गोस्वामी
