कासगंज : शहर के रोडवेज बस स्टैंड के इर्दगिर्द टप्पेबाज गिरोह सक्रिय है। शुक्रवार को यात्री महिला से टप्पेबाज आभूषण ले गए। कस्बा सहावर निवासी अरुणा वार्ष्णेय सिकंदराराऊ जाने के लिए प्राइवेट बस से कासगंज पहुंची थी। जब वह बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी कि तभी वहां दो युवक आए और उन्होंने अरुणा से यह कहकर कि बस नहीं है आप हमारी कार से चल सकती हैं। हमारी कार बैंक में लगी है। आप हमारे साथ चलना चाहती हैं तो अपने जेवर उतार लें। यह कहते हुए टप्पेबाजों ने महिला को पीले रंग का लिफाफा दे दिया। महिला ने अपने गले में पड़ी दो तौले की सोने की चैन और कान के कुंडल लिफाफे में रख लिए। एक युवक ने लिफाफे को टेप से बंद करने के लिए ले लिया। हाथ की सफाई दिखाते हुए टेप से बंद लिफाफा थमा दिया और यह कहकर कार लेकर आ रहे हैं आप यहीं इंतजार करें। महिला इंतजार करती रही, लेकिन युवक नहीं लौटे। जब लिफाफा खोलकर देखा गया तो उसमें एक मोती की माला और कुछ गिट्टियां थी। इसी तरह की घटना बीते माह चार अप्रैल को शहर के मुहल्ला नाथूराम निवासी शशि पालीवाल पत्नी विष्णु पालीवाल के साथ हुई। इसी अंदाज में टप्पेबाज उनसे भी आभूषण ले गए थे।