कासगंज(आगरा)। गंजडुंडवारा के गांव नागर में सोमवार दोपहर खलबली मच गई। बुल्डोजर और पुलिस प्रशासनिक अमला देख ग्रामीण चिंतित हो गए। पता चला कि गांव में अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व और पुलिस की टीम आई है। हालांकि चार घंटे की जद्दोजहद के बाद टीम बैरंग वापस लाैट आई। कब्जाधारकों ने सिविल न्यायालय में मामला विचाराधीन होने का हवाला देते हुए दस्तावेज दिखाए।गांव नागर निवासी रामकिशोरी, रामविलास, हरीश सहित कई ग्रामीणों की जमीन से कब्जा हटाने के लिए पटियाली तहसीलदार राजीव निगम के नेतृत्व में पुलिस और राजस्व टीम पहुंची। ग्रामीणों ने अफसरों से पूछा कि आखिर क्या मामला है। कब्जाधारक वहां आ गए और उन्होंने जमीन पर अपना मालिकाना हक जताया। गाटा संख्या 1581 को राजस्व टीम ने सरकारी भूमि बताया। इस पर ग्रामीण सिविल न्यायालय में विचाराधीन मामले की प्रति लेकर पहुुंचे और अफसरों को दिखाई। लगभग चार घंटे तक जद्दोजहद होती रही। अंतत: न्यायालय में विचाराधीन मामले की प्रति देख राजस्व और पुलिस की टीम बिना कब्जा हटाए वापिस लौट गई। गांव में खलबली मची रही।तहसीलदार पटियाली राजीव निगम ने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर राजस्व व पुलिस टीम के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे। मामला न्यायालय में विचाराधीन हैं। इसलिए फिलहाल अतिक्रमण नहीं हटाया गया है।
बिना लाइसेंस हो रही थी बायो डीजल की बिक्री
कासगंज : सोरों काेतवाली क्षेत्र के गांव चंदवा में पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने एक दुकान पर छापामार कर बिना लाइसेंस बायो डीजल की बिक्री करते हुए पकड़ा है। दुकान को सील कर संचालक को नोटिस दिया गया है।जिला पूर्ति अधिकारी कमलनयन को सूचना मिली थी कि सोरों के गांव चंदवा में एक दुकान पर बिना लाइसेंस बायो डीजल की बिक्री हो रही है। जानकारी पर जिला पूर्ति अधिकारी ने पूर्ति निरीक्षक सहावर रामशरण, एआरओ कासगंज सुनील कुमार, एआरओ पटियाली विजय कुमार की तीन सदस्यीय टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। टीम ने गांव चंदवा में पहुंचकर दुकान पर छापामारा। जहां बायो डीजल की बिक्री होते पाई गई। मौके पर मिले रनवीर
प्रसव को ले जाते समय प्रसूता की मौत
कासगंज(आगरा)।पटियाली कोतवाली क्षेत्र के गांव अलइयापुर में प्रसव को ले जाते समय प्रसूता की मौत हो गई। स्वजन ने ससुरालीजनों पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मौत से परिवार में कोहराम मचा है।
गांव निवासी देवेंद्र की 23 वर्षीय पत्नी रीता गर्भवती थी। रविवार को उसे प्रसव पीड़ा हुई तो उसे प्रसव के लिए पटियाली में ही निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। जहां प्रसूता की हालत बिगड़ी तो चिकित्सक ने उसे रेफर कर दिया। स्वजन उसे प्रसव के लिए जिला फर्रुखाबाद के कायमगंज ले जा रहे थे कि अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही प्रसूता की मौत हो गई। घटना की जानकारी शाहजहांपुर के गांव गुनौरा निवासी रीता के भाई पुष्पेंद्र को दी गई। पुष्पेंद्र स्वजन के साथ बहन की ससुराल पहुंचा। उसने ससुरालीजनों पर समय से उपचार न कराने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही पटियाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्वजन एवं ससुरालीजनों से बातचीत की। भाई के प्रार्थना पत्र पर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक मंजूर ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। भाई आरोप लगा रहा है, लेकिन अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। यदि मिलेगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।