कासगंज (आगरा) सोरों के गांव रायपुर में तीन भाईयों के घर में लग रही बार-बार आग का कारण जानने के लिए किया गया प्रशासनिक प्रयास फेल हो गया है। नाइट विजन कैमरे लगने के बाद भी बार-बार आग लग रही है। इधर कैमरों से हकीकत जानने की कोशिश की गई तो पता चला है कि कैमरों की चिप गायब है और उसमें कुछ कैद ही नहीं हुआ। बीती एक अप्रैल से रायपुर में भूपसिंह, कन्हैया और बिजेंद्र के घरों में बार-बार रहस्यमय आग लग रही है। आग का कारण जानने में अग्निशमन विभाग का विज्ञान फेल हुआ। उसके बाद पुलिस ने फारेंसिक जांच कराई। फारेंसिक टीम ने नमूने प्रयोगशाला भेजे जिनकी रिपोर्ट नहीं आई। डीएम हर्षिता माथुर ने वन विभाग के माध्यम से लखीमपुर से कैमरे मगाएं। यह कैमरे तीनों भाईयों के घर में लगाए गए। कैमरे लगने के चार दिन तक तो आग नहीं लगी, लेकिन अब दो दिन से लगातार बार-बार अाग लग रही है। आग का कारण कैमरों में कैद हुआ होगा। यह मानकर वन विभाग की टीम कैमरों की चिप निकालने पहुंची, लेकिन कैमरों में चिप ही नहीं मिली। ऐसे में यह कैमरे कुछ कैद ही नहीं कर सके और शोपीस बने रहे। अब सवाल उठ रहा है कि यह शरारत है या कोई आपदा है। इसका कारण कैसे पता चलेगा क्योकि सरकारी तंत्र के प्रयास फेल हैं।