आगरा: बाबा बागेश्वर के हालिया बयान पर शहरवासियों की भावनाएँ आहत हुई हैं। इस संदर्भ में शबाना खंडेलवाल ने एक व्यंग्यात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा—
“अरे वाह बाबा, आपने तो हमारे पूरे शहर को ही पागल कह डाला। अगर हम पागल हैं तो फिर आपको आगरा बुलाने की क्या ज़रूरत थी? आपको मालूम होना चाहिए कि आगरा केवल पागलखाने के लिए ही मशहूर नहीं है, बल्कि यह ब्रज की नगरी है, हमारे कान्हा की नगरी है, नज़ीर अकबराबादी की नगरी है, महादेव का साया यहाँ चारों ओर है। यह मोहब्बत और इतिहास की धरती है। मगर अफसोस, आपको सिर्फ़ पागलखाना ही याद रहा।”
शबाना खंडेलवाल ने आगे कहा— आसाराम बापू ने भी एक बार तिहाड़ जेल जाने की इच्छा जताई थी, और भगवान ने ‘तथास्तु’ कह दिया। फिर सालों तक वहीं रहना पड़ा। इच्छाएँ सोच-समझकर माँगनी चाहिए। आप तो सीधे हनुमान जी से संपर्क रखते हैं, कॉल लगाते हैं, प्रशासन की क्या हैसियत कि आपको रोक सके। लेकिन शायद आगरा नगरी ही नहीं चाहती कि आपकी कथा यहाँ हो।
आप वही हैं ना जिन्होंने प्रयागराज में 300 लोगों की मौत पर दुख प्रकट करने के बजाय कहा कि उनकी ‘मुक्ति’ हो गई। बाबा, बोलते समय ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी दिल की इच्छाएँ पूरी हो जाती हैं।”
अंत में उन्होंने राधे-राधे कहकर अपनी बात समाप्त की।