आगरा।गर्ल्स एम्पावरमेन्ट एण्ड सेल्फ – डिफेन्स बाई मार्शल आर्ट के तहत आज यूनीर्वसिटी माॅडल स्कूल में 200 से अधिक छात्राओं ने लिया सेल्फ -डिफेन्स का प्रशिक्षण।नवीन टिप्स चेहरे और सिर का बचाव हाथों से करना सीखा। चपल रहें,चुस्त रहें,निडर रहें एवं सकारात्मक सोच रखें,मुसीबत के समय हाथ में जो भी वस्तु आए उसे हथियार के रूप में उपयोग करें ।साथ ही स्कूल बैग, पर्स,पैन,नाखून,दांतों, हेयर बैण्ड व हेयर क्लिप का प्रयोग भी हथियार के रूप में करना । भारत माता की जय।जय हिन्द,जय नारी शक्ति ,- नारी हूॅं, कमजोर नहीं,जय भवानी जय शिवाजी व जो हमसे टकराएगा चूरचूर हो जाएगा के उद्घोष के साथ प्रशिक्षण शुरू हुआ ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधानाचार्या अमिता शर्मा द्वारा किया गया। अध्यक्षता जिला ताइक्वान्डो संघ के अध्यक्ष डा एमसी शर्मा द्वारा की गई ।उन्होंने बताया कि आज के समय में शास्त्र शिक्षा और शस्त्र शिक्षा दोनों की विशेष आवश्यकता है और शास्त्र शिक्षा जो आजकल सभी ग्रहण भी कर रहे है लेकिन शस्त्र शिक्षा जो आज के समय की आवश्यकता है, वह भी सीखनी चाहिए। जिससे शरीर व मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। उदघाटन अवसर पर मार्शल आर्ट की सेल्फ डिफेन्स तकनीक का शक्ति प्रर्दशन स्वाती शुक्ला,चंचल यादव, पंखुरी मेहरा,एन्जल सिंह, प्रदीप गौड़,पारस कुमार,कृष दिवाकर,प्रिंस दिवाकर,सुखवीर सिह, सुदर्शन देवनाथ व तोषान्त कुमार द्वारा किया गया। अतिथितियों का धन्यवाद ज्ञापन गौरव श्रीवास्तव द्वारा किया गया। सेल्फ डिफेन्स प्रशिक्षण- 4 डान ब्लैक बैल्ट धारक राष्ट्रीय प्रशिक्षक मास्टर पंकज शर्मा द्वारा हाथ और पैर के विभिन्न प्रयोग कराकर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें उन्होने छात्राओं को वार्मिंग अप एवं स्ट्रेचिंग की विशेष एक्सरसाइज करवाकर पंच को मजबूती से कसकर हिट करना, सिंगल फेस पंच, फ्रन्ट चाप, ओपन फ्रन्ट चाप,साइड ब्लाक,अपर ब्लाक। आज का नया अभ्यास पिस्टल से अपने आपको बचाना सीखा।कोहनी के अटैक से विरोधी के चेहरे/नाक पर जोरदार प्रहार करना सिखाया गया। छेड़छाड़/चैन एवं मोबाईल फोन स्नेचिंग/अपहरण जैसी आपराधिक घटनाओं से बचाव के तरीके सिखाए गए। – विपरीप परिस्थिति में चपल रहें,चुस्त-दुरुस्त रहें,सकारात्मक सोच रखे,मुसीबत के समय हाथ में जो भी वस्तु आए उसे हथियार के रूप में प्रयोग करें। प्रशिक्षण में विनीता कुलश्रेष्ठ ,स्नेहलता कुलश्रेष्ठ , निशा सिंह, शशांक गुप्ता, रितुजा,शिवांगी, रश्मि,श्वेता व पुष्पेन्द्र ने अपना सहयोग प्रदान किया।