एटा (आगरा)। थाना अवागढ़ क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला ने टूटी रेल पटरी देखी तो लाल साड़ी दिखाकर एटा से टूंडला जा रही एटा-टूंडला पैसेंजर ट्रेन रुकवा दी, जिसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया। महिला के साहस और सूझबूझ की सभी जगह सराहना हो रही है।
कुसबा रेलवे स्टेशन के पास गांव गुलरिया की रहने वाली ओमवती (58) अपने खेत पर काम करने के लिए जा रही थी। जब वे रेल पटरी पार कर रहीं थीं, तभी उन्हें पटरी टूटी दिखाई दी। उसी वक्त एटा-टूंडला पैसेंजर ट्रेन एटा से टूंडला जा रही थी। यह महिला लाल साड़ी पहने हुए थी, उन्हें कुछ भी सुझाई नहीं दिया तो उन्होंने अपनी साड़ी का आंचल लहरा दिया। ट्रेन चालक ने जब महिला को देखा तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रेन रुक गई। चालक ने महिला ने जब कारण पूछा कि उन्होंने ट्रेन क्यों रुकवाई तो महिला ने चालक को ले जाकर टूटी पटरी दिखाई। इसके बाद ट्रेन आधा घंटे तक रुकी रही और पटरी की मरम्मत के लिए रेलवे की टीम बुला ली गई। पटरी दुरुस्त होने के बाद ट्रेन रवाना की गई। रेलवे का लाइनमैन दिसंबर सिंह छुट्टी पर था, इस वजह से दूसरे लाइनमैन को बुलाया गया था, जो तत्काल ही मौके पर पहुंच गया। दरअसल घटना स्थल से आधा किलोमीटर दूर रेलवे ट्रैक पर काम चल रहा था, इस वजह से टीम जल्दी पहुंच गई। वहीं महिला की सूझबूझ और उनके साहस की सभी लोग सराहना कर रहे हैं।
एटा में पागल श्वान ने किसान को काटा, मौत
एटा(आगरा): पिलुआ में खेत पर पानी लगा रहे किसान को पागल श्वान ने काट लिया। तीन दिन बाद हालत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कालेज ला रहे थे कि रास्ते में मौत हो गई।पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद ग्राम नगला बरम निवासी वीकेश कुमार ने बताया कि उसके 36 वर्षीय पिता अमलेश कुमार 28 मार्च को दोपहर 2 बजे खेत में पानी लगा रहे थे। तभी उन्हें पागल श्वान ने काट लिया। खेत में पानी लगाने के बाद जब वह शाम को घर लौटे तो उन्होंने श्वान द्वारा काटने की स्वजन को जानकारी दी। देशी उपचार के बाद पिता ने एंटीरैबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया।गुरुवार सुबह पिता को अचानक पानी देखकर डर लगने लगा। हालत बिगड़ने पर वह पिता को इलाज के लिए मेडिकल कालेज ला रहा था कि रास्ते में मौत हो गई। पिलुआ के इंस्पेक्टर बेगराम सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र द्वारा पागल श्वान द्वारा काटे जाने की सूचना दी गई थी। फिलहाल उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।