सिंधू सभा सिंधू दर्शन कार्यक्रम को और व्यापक स्वरूप देगी
आजादी आंदोलन में सिंधी समाज ने सिंध प्रांत को खो दिया
आगरा। भारतीय सिंधू सभा ने अमर शहीद हेमूं कालानी को याद किया। आजादी के आंदोलन में उनके संघर्ष को याद किया गया। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी गई। दरेसी स्थित होटल लाल्स-इन में हुए कार्यक्रम महानगर संरक्षक जीवतराम करीरा ने अध्यक्षता की ।भारतीय सिंधू सभा के प्रदेश महामंत्री चंद्र प्रकाश सोनी ने कहा कि देश आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहा है व संयोग से यह वर्ष भारत माता की स्वतंत्रता आजादी हेतु अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीद हेमूं कालानी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है। सभा के प्रदेश संरक्षक घनश्याम दास देवनानी ने बताया कि आगरा के वरिष्ठ समाजसेवी व साहित्यकार गागन दास रामाणी रचित सिंधू नदी की स्तुति सामूहिक रूप से गायन की गई थी। सिंधू दर्शन कार्यक्रम को और व्यापक स्वरूप दिया जाएगा। समाजसेवी गागन दास रामाणी ने सिंधी सभ्यता के विकास से लेकर अब तक के सिंधी समाज के सफर पर प्रकाश डाला। आजादी के आंदोलन में हमने अपने सिंध प्रांत की बलि दे दी। अपना कोई अलग से प्रांत न होने पर समाज ने पूरे देश को अपना मान लिया।
कार्यक्रम में जीवत राम करीरा, गागन दास रमानी, चन्द्र प्रकाश सोनी,घनश्याम दास देवनानी, जेठा पुरषनानी,अशोक पारवानी, परमानंद आतवानी, मीडिया प्रभारी मेघराज दियालानी, राजकुमार गुरनानी, जय राम दास होतचंदानी,नरेश देवनानी, किशोर बुधरानी,राज कोठरी, रोहित अयलानी, सुशील नोटनानी, दौलत खुब्नानीअमृत माखीजा,, जय प्रकाश केशवानी,जगदीश डोडानी, गन्नू भाई,नरेश धीरमलनी ,भजन लाल प्रधान, मुरली धर छाबरा,अशोक चावला, दर्शन लाल थावानी, आदि उपस्थित थे।