ग्रीमीण खेलों पर विशेष ध्यान देगी सरकार और ओलंपिक संघ
11 खेलों का चयन, जनवरी-फरवरी 2023 से योजना लागू होने की उम्मीद
एलएस बघेल, आगरा। आगामी 2024 ओलंपिक खेलों की तैयारियां हमारे खिलाड़ियों ने अभी से शुरू कर दी है। ये कहना है भारतीय ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष डा. आनंदेश्वर पांडेय का। वे यहां एकलव्य स्टेडियम में गुरुवार सुबह इस संवाददाता से बातचीत कर रहे थे। श्री पांडेय लखनऊ से आगरा पहुंचे और यहां से अलीगढ़ के लिए प्रस्थान कर गए। जहां वे अहिल्याबाई स्टेडियम पहुंचेंगे। श्री पांडेय वर्ष 2000 के सिडनी ओलंपिक, 2004 के एथेंस ओलंपिक खेलों , 2012 के लंदन ओलंपिक और 2016 के रियो ओलंपिक में भारतीय ओलंपिक दल के डिप्टी चीफ बनकर जा चुके हैं। उनका मानना है कि अब खिलाड़ियों का माइंड चेंज हुआ है। पहले वे शौकिया खेलते थे और अब पदकों के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेरिस में 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय खिलाड़ियों द्वारा अभी से तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं।
डा. पांडेय उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के भी महासचिव हैं। उनका कहना है कि अब गुजरात की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में ग्रामीण खेलों पर ध्यान देंगे। पहले गांव फिर तहसील और जिला स्तर पर खिलाड़ी तराशने का काम करेंगे। यहां से वे मंडल और प्रदेश स्तर पर पहुंचेंगे। इसके पश्चात चुनिंदा खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। गांव के खेलों में कबड्डी, वालीबाल, खो-खो, हाकी, फुटबाल आदि जो भी गांव के लोकप्रिय खेल हैं, उनको बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें 11 खेलों का चयन किया गया है। जिनको सरकार के स्तर से बढ़ावा दिया जाना है। इसके लिए उप्र ओलंपिक संघ द्वारा प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। वहां से मंजूरी मिलने के पश्चात आगामी जनवरी-फरवरी से ही ग्रामीण खेलकूद को बढ़ावा देने की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के स्कूल-कालेज स्तर पर खेलों के प्रति छात्रों की रुचि बढ़ी है। सरकार भी खेलों की तरफ ध्यान दे रही है। उत्तर प्रदेश सरकार का खेलों के बढ़ावे के लिए पूरा सहयोग दिया जा रहा है। आगरा में डा. पांडेय का स्वागत आरएसओ सुनील कुमार जोशी और क्रीड़ाधिकारी राममिलन ने किया।