कासगंज (आगरा)। शहर ,कस्बा और गांव तक विद्युत संकट बढ़ता ही जा रहा है, लोग काफी परेशान हैं। कुछ क्षेत्रों में तो विद्युत आपूर्ति मात्र आठ से 10 घंटे हो रही है। जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। कस्बा सिढ़पुरा में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति के निर्देश हैं, लेकिन लगभग 10 घंटे की आपूर्ति हो रही है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति मात्र सात से आठ घंटे मिल रही है। बिजली न मिलने से कस्बों में पेयजल का संकट बढ़ रहा है तो ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई प्रभावित है। कस्बा सोरों में विद्युत आपूर्ति का बुरा हाल है। यहां भी लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने चेतावनी दी है कि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। इधर कस्बे में अघोषित विद्युत कटौती को लेकर सोरों अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ के पदाधिकारियो ने अधिशाषी अभियंता से मुलाकात की और विद्युत आपूर्ति व्यवस्थित करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर आपूर्ति न सुधरी तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ओवरलोडिंग के कारण कभी-कभी समस्या हो जाती है, लेकिन प्रयास रहता है कि व्यवस्थित रूप से विद्युत आपूर्ति शहर, कस्बे और देहात को मिलती रही।
– एससी रावत, अधीक्षण अभियंता विद्युत
गेहूं की फसल जलकर राख
कासगंज (आगरा)।आग धधकने का मौसम किसानों पर कहर बनकर टूट रहा है। आए दिन अग्निकांड की घटनाएं होती हैं। क्षेत्र के गांव नोरथा के समीप एक खेत में रखी आठ बीघा फसल जलकर राख हुई है। घटना गुरुवार दोपहर लगभग एक बजे की है। गांव नोरथा के किसान राजेंद्र के खेत में रखी फसल में आग लगी है। सुबह उनका बेटा अनिल मजदूरों के साथ फसल को एकत्रित कर खलियान में रखकर आया था। शाम को मढाई होनी थी, लेकिन दोपहर में किसान पर आग का कहर टूटा। आठ बीघा फसल खलियान में जलकर राख हो गई। सूचना पर अग्निशमन दल भी पहुंचा तब तक फसल जल चुकी थी। नुकसान के आंकलन करने को राजस्व विभाग की टीम गांव गयी है।