कासगंज (आगरा) । सोरों के गांव रायपुर में तीन भाइयों पर कई दिनों से बरप रहा रहस्मयी आग का प्रकोप जारी है। गांव में दहशत का माहौल है। पीड़ित नहीं बल्कि ग्रामीण भी दहशतजदा हैं। आग का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।गांव रायपुर पटना में विजेंद्र, भूप सिंह, कन्हैया पर रहस्मयी आग का कहर टूट रहा है। घरों में आग लगने का सिलसिला जारी है। फसल भी जलकर राख हो चुकी है। शुक्रवार को भूसा जल गया और लगभग 10 बार घरों में आग लगी। बार-बार आग बुझाने का प्रयास होता रहा, रहस्यमयी आग का का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञ भी कोई कारण स्पष्ट नहीं कर पाए हैं। डीएम हर्षिता माथुर और एसपी बोत्रे राेहन प्रमोद गांव पहुंचे और उनके साथ फोरेंसिक टीम भी गई। डीएम एसपी ने अग्निशमन विभाग के अधिकारियों और पीड़ितो से घटना की जानकारी ली । हालांकि घटना का कारण कोई भी स्पष्ट नहीं कर सका। अब आग लगने का वैज्ञानिक कारण जानने के लिए फोरेंसिक टीम ने तीनों भाइयों के घरों से और खेत से नमूने संकलित किए हैं। इन नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा रहा है। घटना को लेकर गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
पीड़ितों को मुआवजा देने के निर्देशः पीड़िताें ने डीएम हर्षिता माथुर के समक्ष अपनी व्यथा सुनाई। डीएम ने पीड़ितों की बात सुनी और कहा कि उनकी हर संभव मदद होगी। डीएम ने एसडीएम पंकज कुमार को निर्देश दिए कि फसल का नुकसान का मुआवजा दें और अन्य नुकसान का भी आंकलन कर सहायता करें।
खेल खेल में चली गई मासूस की जान
कासगंज (आगरा) । गांव भैंसोरा खुर्द के समीप ईंट भट्ठे पर खेल -खेल में मासूस की जान चली गई। झाेंपड़ी से निकल कर ईंट भट्ठे पर ही खेल रहा मासूम गड्ढे में भरे पानी में जा गिरा। तड़प तड़प कर उसकी मौत हो गई। मासूस की मौत से परिवार में चीख पुकार मचा हुआ है। ईंटभट्ठे पर प्रदेश के जालौन जिले के गांव खरका निवासी दीपक मजदूरी का कार्य करता है। वह परिवार के साथ पिछले पांच महीने से भट्ठे पर ही झोंपड़ी बनाकर ले रहा था। उसका दो वर्षीय बेटा सूरज शुक्रवार की सुबह झोंपड़ी से निकलकर भट्ठे पर ही खेलने लगा। उसके साथ एक चार साल का मासूम भी था। खेलते खेलते सूरज पानी से भरे एक गड्ढे में किसी तरह गिर गया। आसपास कोई भी नहीं था। साथ में खेल रहे चार वर्षीय मासूस ने सूरज के स्वजन को बताया कि वह पानी में डूब गया है। इधर पानी में गिरकर मासूम तड़पता रहा। जब तक स्वजन पहुंचे और उसे गड्ढे से बाहर निकाला तब तक उसकी जान जा चुकी थी। सूरज की मौत से परिवार में कोहराम है। सूरज दो भाई बहन थे। छोटी बहन तीन माह की है।