
आगरा। दीपावली के बाद शहर की वायु गुणवत्ता में आए बदलाव को देखते हुए नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। दीपावली की रात पटाखों से बढ़े धुएं और धूल को देखते हुए निगम द्वारा वायु गुणवत्ता सामान्य बनाए रखने के लिए कई ठोस कदम उठाए गए हैं।
नगर निगम ने शहर के प्रमुख चौराहों, मार्गों और अधिक यातायात वाले इलाकों में एंटी-स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंकलिंग मशीनों की तैनाती की है। इन मशीनों से लगातार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, ताकि वातावरण में फैली धूल और प्रदूषक तत्व नीचे बैठ सकें।
साथ ही, निगम ने निर्माण स्थलों और खुले में कचरा जलाने पर सख्त निगरानी शुरू कर दी है। पर्यावरण प्रकोष्ठ की टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे स्थानों पर तुरंत कार्रवाई करें, जहां प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियाँ पाई जाएँ।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि “दीपावली के बाद वायु प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित करना हमारी प्राथमिकता है। निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर एंटी-स्मॉग गन और वॉटर स्प्रिंकलिंग की व्यवस्था की गई है। हमारा उद्देश्य नागरिकों को स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद वातावरण उपलब्ध कराना है। साथ ही नागरिकों से अपील है कि वे खुले में कचरा या पटाखों की राख न जलाएं और प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग करें।”
—– वायु गुणवत्ता सूचकांक पर रखी जा रही नजर ——
पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने बताया कि नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ समन्वय स्थापित करते हुए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम से लगातार डेटा लेने की व्यवस्था की है। जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए क्यू आई) अधिक पाया जा रहा है, वहां विशेष छिड़काव और पर्यावरणीय सुधार कार्य किए जा रहे हैं।
नगर निगम की यह पहल अगले कुछ दिनों तक निरंतर जारी रहेगी, ताकि दीपावली के बाद उत्पन्न प्रदूषण स्तर को कम किया जा सके और आगरा की हवा फिर से स्वच्छ बन सके।
