आगरा।आज जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। जिसमें सर्वप्रथम जननी सुरक्षा योजना की गतवर्ष के सापेक्ष विकासखण्डवार उपलब्धि की समीक्षा की गई। जिसमें फतेहाबाद सीएचसी में संस्थागत प्रसव में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई। जिसका कारण आशाओं द्वारा कम केस लाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। सिजेरियन प्रसव सेवायें/एफआरयू की अक्टूबर माह की क्रियाशीलता में बाह सीएचसी का प्रदर्शन शून्य रहा। निर्देश दिये कि डाक्टर जनता में सिजेरियन हेतु विश्वास का निर्माण करें तथा अपनी उपलब्धता व सुविधायें प्रदान करें, जिससे सिजेरियन प्रसव सेवायें गुणवत्तापूर्ण होंगी। बैठक में जनपद में मातृ मृत्यु की संख्या-13 बताये जाने पर इसे जनपद के लिये शर्मनाक बताया और कहा कि किसी भी स्थिति में मातृ मृत्यु नहीं होनी चाहिए इसके लिये सभी उपाय किये जाने चाहिए। मातृ मृत्यु के 06 केस एनिमिया के कारण हुए हैं, जिसके लिये हीमोग्लोबिन की जांच, आयरन व फोलिक एसिड की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा काउन्सिलिंग करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि बड़ी संख्या में आशा अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय नहीं हैं, जिसके लिये जिलाधिकारी ने उन पर कार्यवाही करने तथा प्रेरणा देने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, अन्तरा इत्यादि की समीक्षा की गई । गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों के टीकाकरण न होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा क्षेत्रों को चिन्हित कर विभिन्न टीमें बनाकर जांच व टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। आगामी बैठक में रिपोर्ट देने को निर्देशित किया। बैठक में आशाओं के शीघ्र भुगतान हेतु निर्देशित करते हुए उन्हें थर्मामीटर व वजन मशीन शीघ्र उपलब्ध कराने तथा उन्हें प्रशिक्षण देने को कहा। बैठक में चाइल्ड डेथ का रिव्यू करने, 07 हेल्थ वेलनेस सेंटर को शीघ्र प्रारम्भ करने तथा बच्चों के वैक्सीनेशन को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। सी0एच0सी0 खन्दौली, जगनेर तथा एसएन मेडिकल कालेज में खराब आक्सीजन प्लांट को ठीक कराने, एसएन में माताओं व चिकित्सीय स्टाफ के लिये वेटिंग एरिया व कक्ष बनाने के प्रस्ताव रखे गये। बैठक में परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा की गई, इस हेतु 21 से 04 दिसम्बर तक पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा चलाने को निर्देशित किया गया।
बैठक में राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोगों, ट्यूवर क्लोसेस प्रोग्राम की भी समीक्षा की गई तथा जिलाधिकारी द्वारा जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 हतु जिला कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ए मनिकन्डन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अरूण कुमार श्रीवास्तव तथा जनपद के सभी सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 के प्रभारी सहित जिला स्वास्थ्य समिति से सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।