उत्तर प्रदेश में बनारस और लखनऊ में फुटबाल के अच्छे खिलाड़ी, आगरा के खिलाड़ी भी शहर का नाम रोशन कर रहे
एलएस बघेल, आगरा, 25 अगस्त। उत्तर प्रदेश में फुटबाल के खिलाड़ी उभरकर आ रहे हैं। इनको थोड़ा और प्रोत्साहन मिल जाए तो देश-विदेश में अपने प्रांत का नाम रोशन करेंगे। यह दावा है उत्तर प्रदेश सब-जूनियर फुटबाल टीम के कोच इरशाद अहमद का। वे यहां एकलव्य स्टेडियम में प्रदेश की सब-जूनियर फुटबाल टीम के संभावितों को कोचिंग दे रहे हैं। ताजनगरी में प्रदेशीय सब-जूनियर फुटबाल टूर्नामेंट के बाद 30 संभावितों का चयन किया गया था। जिनमें से दो छोड़कर चले गये। अब बचे हुए 28 खिलाड़ियों को यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कैंप में श्री इरशाद अहमद व स्थानीय कोच योगेश वर्मा के साथ ही अनुभवी प्रशिक्षक एस एस चौहान भी प्रदेश के होनहार फुटबालरों को मांझने का काम कर रहे हैं। सुबह-शाम इन युवाओं को कड़ा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब 28 में से 20 खिलाड़ियों का चयन उत्तर प्रदेश टीम के लिये किया जाएगा। यह शिविर 17 से 31 अगस्त तक चलेगा। इसके पश्चात चयनित यूपी की टीम एक सितंबर को मालदा, बंगाल के लिए रवाना हो जाएगी।
वैसे राष्ट्रीय चैंपियनशिप, मालदा में उत्तर प्रदेश की टीम को कड़ा पूल मिला है। उन्हें अपना पहला ही मैच तीन सितंबर को मेघालय की टीम से खेलना है। पूर्वोत्तर राज्य की यह टीम सशक्त बतायी जा रही है। दूसरा मुकाबला पांच सितंबर को कर्नाटक से होगा। इसके पश्चात सात सितंबर को स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया(साई) की टीम से मैच होगा। इन चार टीमों के ग्रुप से एक टीम सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। कोच का कहना है यूपी के बच्चों का मनोबल ऊंचा है। वे यहां काफी मेहनत भी कर रहे हैं। इसलिये पहले तो हमारा लक्ष्य सेमीफाइनल में पहुंचना होगा। श्री अहमद ने कहा कि 2012 में यूपी की फुटबाल टीम वीसी राय ट्राफी में चैंपियन रह चुकी है। वैसे भी यूपी में पहले से फुटबाल खेल में काफी सुधार हुआ है। खेल विभाग और फुटबाल संघ के बीच अच्छा समन्वय चल रहा है। जिसके चलते खेल और खिलाड़ियों को खूब प्रोत्साहन मिल रहा है। मूल रूप से गोरखपुर निवासी इरशाद अहमद बनारस स्पोर्ट्स हास्टल के छात्र रहे हैं और अब वहीं कोच भी हैं। 2020 में खेल विभाग में आने के पहले वे आठ साल तक यूपी पुलिस फुटबाल टीम के भी कोच रह चुके हैं। यह टीम नेशनल पुलिस खेलों में शिरकत कर चुकी है। वे सीनियर गर्ल्स टीम का भी शिविर ले चुके हैं। आगरा में उनका सातवां प्रदेश स्तरीय शिविर है। जिसमें उन्हें उप्र की टीम को कोचिंग देने का जिम्मा मिला है। इस जिम्मेदारी को वे पूरी मेहनत से निभा भी रहे हैं।
खेल निदेशालय द्वारा प्रदेशीय फुटबाल संघ के सहयोग से आयोजित शिविर में वे प्रशिक्षुओं से पूरी मेहनत करा रहे हैं। यह पूछने पर कि प्रदेश में सबस अच्छे फुटबालर किस जिले से उभरकर आ रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि बनारस और लखनऊ से स्तरीय फुटबालर निकल रहे हैं। आगरा के भी दो खिलाड़ी यश गोलकीपर और रिषभ कोचिंग ले रहे हैं। दोनों ही केंद्रीय विद्यालय आगरा के खिलाड़ी हैं। इनका भी भविष्य उन्होंने उज्जवल बताया। शिविर में यश कुमार, प्रियांशु चंद्र,विराज डांगी, रिषभ कुमार, आराध्य सिंह, भविन जोशी, सुरेंद्र वर्मा, अंबर, अर्पित कुमार, गौतम थारू, महफूज खान, विकास सिंह, अशरफ जमाल, दिव्यांशु, करन यादव, दिनेश पाल, रचित यादव, गोविंद यादव, अमन पटेल, मनीष कुमार, मो. समीर, सुजल, सलमान खान, अनुभव सिंह, मो. अशरफ अली खान, विनय सिंह, सलमान अहमद, आदित्य कुमार हैं।
सबजूनियर बालक प्रदेशीय फुटबाल के बाद आगामी 7 से 12 सितंबर तक प्रदेशीय जूनियर बालिका फुटबाल प्रतियोगिता भी ताजनगरी में प्रस्तावित है। प्रदेशीय आयोजनों से आगरा के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन तो मिलेगा ही।