कासगंज(आगरा)। दशहरा पर्व पर गंगा स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं में से चार श्रद्धालु कादरगंज और शहबाजपुर गंगाघाट पर नदी में डूब गए। जिनमें से तीन के शव गोताखोरों ने पानी से बाहर निकाल लिए हैं। जबकि पानी में डूबकर लापता हुए एक श्रद्धालु की तलाश में गोताखोरों की टीम लगी हुई थीं।
थाना सुन्नगढ़ी क्षेत्र के गांव शहबाजपुर के गंगा घाट पर सहावर क्षेत्र के गांव मंगदपुर निवासी 18 वर्षीय सौरभ, 16 वर्षीय निखिल, 15 वर्षीय ममतेश गंगा स्नान के लिए गए थे। स्नान के दौरान वे पानी की गहराई तक पहुंच गए और डूबने लगे। घाट पर चीख पुकार मच गई। गोताखोर बचाव के लिए नदी में उतरे। लगभग एक आधा घंटे की मशक्कत के बाद सौरभ और निखिल को बेहोशी की हालत में निकाला गया। जबिक ममतेश की तलाश जारी रही। अस्पताल में चिकित्सकों ने निखिल और सौरभ को मृत घोषित कर दिया है। परिवार के साथ गंगा स्नान को पहुंचे गांव नगला तरसी निवासी आठ वर्षीय जनक गंगा में डूब गया। गोताखोरों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद बालक का शव गंगा नदी से बाहर निकाला।
गंगा घाटों पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, हर हर गंगे के स्वर से गूंजे घाट
कासगंज(आगरा)। गंगा दशहरा पर्व पर गुरुवार को गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु घाटों पर पहुंचे। हर-हर गंगे के स्वर से घाट गुंजायमान हुए। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद दान पुण्य किया। साधु संतों को भोजन कराकर दक्षिणा दी। धार्मिक अनुष्ठानों की धूम रही।भोर से ही तीर्थनगरी सोरों के हरिपदी घाट, लहरा, कछला, कादरगंज, शहबाजपुर गंगाघाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने मां गंगा का अभिषेक किया। चंदन टीका लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को मां गंगा का अवतरण हुआ था। इस दिन गंगा स्नान करने से दस प्रकार के पापो से मुक्ति मिलती है। इसी मान्यता के चलते श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। तीर्थनगरी के हरिपदी घाट पर गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाट की परिक्रमा की। देव दर्शन के किए और परिवार की खुशहाली की कामना की।
घाटों पर कराए गए मुंडन संस्कार-गंगाघाटों पर श्रद्धालुओं ने बच्चों के मुंडन संस्कार कराए। विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना की। पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण के साथ धार्मिक अनुष्ठान कराए। दिन भर गंगा घाटों पर अनुष्ठानों की धूम रही।
व्यवस्थाएं बनाने में जुटा रहा प्रशासन-घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। जगह-जगह समाज सेवियों ने पेयजल कही प्याऊ लगाई। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें जुटी रही।