कासगंज (आगरा)। फर्जी दस्तावेज लगाकर चार साल तक नौकरी करते रहे फर्जी बेसिक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक साल पहले शिक्षकलकी सेवा समाप्ति के बाद शिक्षा विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। वह सिढ़पुरा के सुनवई स्कूल में नाम बदलकर कर नौकरी करता रहा।
जिला मैनपुरी थाना कुरावली के गांव चंदाई निवासी सर्वेंद्र यादव पुत्र बदन सिंह के विरुद्ध खंड शिक्षाधिकारी सिढ़पुरा की ओर से एक साल पहले मुकदमा दर्ज कराया गया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने जांच में पाया था कि गांव सुनवई के प्राथमिक विद्यालय पर शिक्षक सुनील कुमार यादव पुत्र राजवीर सिंह निवासी आवास विकास कालोनी जिला एटा तैनात है। सर्वेंद्र ने अपना आधार कार्ड पर बदलवाकर सुनील करा लिया और उसने सुनील नाम के व्यक्ति दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार करा लिए और नाम बदलकर नौकरी कर रहा था। जबकि दर्शाए गए पते पर सुनील नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं था। शिक्षा विभाग ने शिक्षक की सेवाएं समाप्त की। मुकदमा दर्ज होने के बाद फर्जी शिक्षक फरार चल रहा था। पुलिस को उसकी तलाश थी। मंगलवार को सिढ़पुरा इंस्पेक्टर विनोद कुमार को सूचना मिली कि एटा रोड पर आरोपित खड़ा हुआ है। पुलिस ने सूचना के आधार पर आरोपित को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया है।
बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पताल और क्लीनिक सील
कासगंज(आगरा) । जन स्वास्थ्य की सेहत से खिलवाड़ न हाे इसको लेकर अब स्वास्थ्य महकमा सख्त हो गया है। बिना रजिस्ट्रेशन के जिले में अस्पताल, क्लीनिक संचालित होने की जानकारी पर स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को छापे मारे। एक अस्पताल और एक क्लीनिक को सील किया है। सीएमओ डा. अनिल कुमार के निर्देशन में एसीएमओ डा. अवनींद्र कुमार ने छापामार कार्रवाई की। टीम के साथ उन्होंने मिशन चौराहे स्थित काव्या हास्पिटल पर छापामारा। यहां मौजूद चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों से जानकारी ली। रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज मांगे, लेकिन अस्पताल संचालक कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। अस्पताल को सील कर दिया। अशोक नगर स्थित एक क्लीनिक पर छापामारा यहां डा. हर्ष कुमार मिले। बिना रजिस्ट्रेशन यह क्लीनिक संचालित हो रहा था। एसीएमओ इस क्लीनिक को भी सील कर दिया है। अमांपुर रोड स्थित लीलावती अस्पताल पर छापामारा। यहां भी अस्पताल संचालक कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। संचालक ने एसीएमओ को बताया कि बुधवार को वह दस्तावेज दिखा देगा। इस पर उसे नोटिस देकर बुधवार तक जवाब मांगा है। सोरों रोड स्थित सिटी हास्पिटल पर भी कार्रवाई की गई। यहां भी संचालक कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। संचालक ने दो दिन का समय मांगा। एसीएमओ ने नोटिस जारी कर दो दिन में पंजीकरण से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। इस्माइलपुर रोड स्थित रायल हास्पिटल पर छापामार कार्रवाई की गई। पाया गया कि यह हास्पिटल बंद था। आसपास के लोगों ने एसीएमओ बताया कि यह अस्पताल पिछले आठ दिनों से बंद है। ऐसे में यहां कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।