नामावली पुनरीक्षण कार्य में बरती गई शिथिलता पर मंडलायुक्त हुई नाराज़, एक महिला बीएलओ को छोड़कर बाकी सभी बीएलओ के खिलाफ लिखित चेतावनी जारी करने के दिए निर्देश

Press Release उत्तर प्रदेश दिल्ली/ NCR स्थानीय समाचार

मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने रोल प्रेक्षक के रूप में विधानसभा निर्वाचक पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा के अंतर्गत जनपद आगरा में पोलिंग बूथों का किया निरीक्षण। साथ में डीएम, एडीएम सिटी, एसीएम-एसडीएम आदि मौजूद रहे

बूथ निरीक्षण के दौरान आगरा कॉलेज (महिला विंग) में बीएलओ की कार्य स्थिति बेहद खराब मिलने पर मंडलायुक्त महोदया ने संबंधित सुपरवाइजर को निलंबित करने के दिये निर्देश

आगरा कैंट और आगरा दक्षिण विधानसभा में निर्वाचक पुनरीक्षण कार्य में निरीक्षण के दौरान लापरवाही दिखने पर मंडलायुक्त  ने एसीएम 1 और एसीएम 3 के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के दिये निर्देश

आगरा कलेक्ट्री सभागार में मंडलायुक्त  ने अधिकारियों और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की विधानसभा निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा। समस्याओं का किया समाधान, सभी बूथों पर बीएलए(बूथ लेवल एजेंट)तैनात करने का किया आग्रह, सिर्फ भाजपा, बीएसपी ने बनाए है बीएलए

 सभी सहायक निर्वाचन अधिकारी को दिए निर्देश। बीएलओ-सुपरवाइजर के काम की करें समीक्षा, अकारण किसी का वोट न हो निरस्त, गलत निस्तारण पर होगी कड़ी कार्रवाई

आगरा. 2 दिसंंबर। आज मंडलायुक्त आगरा मंडल व रोल प्रेक्षक श्रीमती रितु माहेश्वरी ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचन नामावलियों के चल रहे विशेष पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत जनपद आगरा के पोलिंग बूथों का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त महोदया ने आगरा कैंट और आगरा दक्षिण विधानसभा के रेनबो कैंट पब्लिक स्कूल, बैप्टिस्ट स्कूल, आगरा कॉलेज (महिला विंग) और कलेक्ट्रेट कचहरी नई इमारत के पोलिंग बूथों का निरीक्षण कर जमीनी हकीकत को जाना। सर्वप्रथम रेनबो कैंट स्कूल के बूथ पर बीएलओ से निर्वाचन नामावली से संबंधित कार्य प्रगति जानी। फॉर्म 6,7 और 8 की वास्तविक स्थिति के साथ बीएलओ द्वारा बताया गया कि सभी फॉर्म पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं। लेकिन इससे संबंधित लिखित डाटा उपलब्ध कराने के मंडलायुक्त महोदया के सवाल पर कोई जवाब न दे सके। कितना लक्ष्य है, कितना काम बाकी है इस पर कोई स्थिति स्पष्ट न होने और बूथ सेंटर का कोई डेटा उपलब्ध न होने पर एसीएम फर्स्ट से मंडलायुक्त द्वारा कड़ी नाराजगी जताई गयी। किसी भी बीएलओ द्वारा 18 से 19 साल के नए युवा मतदाता को जोड़ने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। यही स्थिति बैप्टिस्ट स्कूल में बने बूथ पर भी देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान सवाल पूछने पर बीएलओ फॉर्म 8 को लेकर असमंजस में दिखे। उनके पास आधी-अधूरी जानकारी थी।

आगरा कॉलेज (महिला विंग) में पोलिंग बूथ संख्या 254, 255, 256 और 257 के निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त महोदया को सबसे खराब स्थिति मिली। किसी भी बीएलओ द्वारा सर्वे कार्य पूर्ण नहीं किया गया। बीएलओ को अपने काम की पूरी जानकारी नहीं थी कि उन्हें कितना काम करना है, रजिस्टर/रिपोर्ट भी मेंटेन नहीं किया था। जबकि एक बीएलओ जाकिर हुसैन की खराब रिपोर्ट मिली, फील्ड में सर्वे करने भी नहीं गए न मृतक मतदाताओं के नाम हटाने हेतु प्रक्रिया अपनाई। इस पर मंडलायुक्त ने उक्त बीएलओ के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए। इस बूथ पर किसी भी बीएलओ का काम संतोषजनक नहीं पाए जाने पर सुपरवाइजर को निलंबित करने हेतु निर्देशित किया। इसके बाद आगरा कलेक्ट्री कचहरी की नई इमारत में पोलिंग बूथ का निरीक्षण किया। यहां बूथ संख्या 1 में बीएलओ मनोरमा द्वारा कार्य संतोषजनक पाया गया जबकि बाकी अन्य बीएलओ द्वारा सर्वे और फॉर्म का आधा-अधूरा काम किये जाने पर मंडलायुक्त द्वारा नाराजगी जताई गयी।

निरीक्षण उपरांत पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा के लिए आगरा कलेक्ट्री में मंडलायुक्त महोदया की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में एडीएम सिटी द्वारा बताया गया कि निरीक्षण अभियान के अंतर्गत अभी तक लगभग 54108 फॉर्म प्राप्त हो चुके हैं जिसमें से लगभग 17831 फॉर्म स्वीकृत हो चुके हैं जबकि 538 फॉर्म अस्वीकृत किये गए हैं। मंडलायुक्त द्वारा 80-90 साल के ऊपर और 18-19 के नए युवा मतदाता को लेकर रिपोर्ट मांगी गयी तो संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारियों के पास इसका सही व समुचित डाटा उपलब्ध नहीं था। जिस पर मंडलायुक्त नाराज दिखीं। बैठक में मंडलायुक्त ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण कार्य में आ रही समस्याओं व सुझावों के बारे में पूछा। अवगत कराया गया कि इस अभियान को लेकर जागरूकता में कमी है, भाजपा तथा बीएसपी को छोड़कर किसी 4भी दल ने अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की सूची नहीं दी। एक मतदाता का नाम कई बूथों की सूची में उपलब्ध हैं,जो पिछले सालों से लगातार सूची में हैं, उन्हें जांच कर हटाया जाए,एक ही घर-परिवार में मतदाताओं के बूथ केंद्र अलग-अलग जारी कर दिए गए हैं। उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने कहा कि यह अभियान अब अंतिम चरण में है। इसलिए आप सभी अपनी पार्टी के एजेंट को बूथ स्थल पर भेजें और जितने फॉर्म भरे गए हैं, उन्हें अगले 3-4 दिन में सभी प्रक्रिया सावधानी के साथ पोर्टल पर अपलोड करवा लें। फर्जी मतदाता वाले केस में भी पार्टी एजेंट को ही दावा करना है। उसके बाद ही प्रशासन स्तर से जांच और आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जा सकता है। वहीँ किसी घर में शादी के बाद कोई महिला आपके परिवार में आई है या फिर किसी ने अपना घर दूसरी जगह शिफ्ट किया है तो वह फॉर्म 8 जरूर भरे। वहीँ मंडलायुक्त ने राजनैतिक दलों से आग्रह किया कि बल्क में फॉर्म स्वीकार जिला या तहसील मुख्यालय पर जमा नहीं होंगे, सभी फार्म बीएलओ के माध्यम से ही जमा होंगे।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने सभी सहायक निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि आगरा कैंट और आगरा दक्षिण विधानसभा में पोलिंग बूथ के निरीक्षण में सामने आ गया है कि नामावलियों के पुनरीक्षण कार्य की स्थिति बहुत खराब है। अभियान खत्म होने को है लेकिन बीएलओ को अपने काम के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। सुपरवाइजर ठीक से सुपरविजन नहीं कर पा रहे हैं। दोनों विधानसभा में निरीक्षण के दौरान कार्य प्रगति ठीक न पाए जाने, काम की समीक्षा न करने और बूथ सेंटर का समुचित डेटा उपलब्ध न होने पर मंडलायुक्त ने सहायक निर्वाचन अधिकारी के रूप में एसीएम फर्स्ट संजीव शाक्य और एसीएम थर्ड कृष्णकांत तिवारी के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि देने और बूथ संख्या 1 की बीएलओ को छोड़कर बाकी सभी बीएलओ के खिलाफ लिखित में चेतावनी देने हेतु निर्देशित किया गया। मंडलायुक्त महोदया ने एडीएम सिटी को भी निर्देश दिए कि अपनी टीम को टाइट करें, और उनसे सख़्ती से काम लें। निर्वाचन संबंधी कार्य में अगर आगे भी इसी तरीके से शिथिलता बरती गई तो जिम्मेदार के खिलाफ कार्यवाही करें। वहीँ सभी सहायक निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि 90 से ऊपर, 18-19 साल के नए युवा मतदाता, विशेष मतदाता और लिंगानुपात पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है। बीएलओ-सुपरवाइजर से सही से काम करवा लें। अगर गंभीरता से काम नहीं किया या भविष्य में कोई गड़बड़ी पायी गयी तो जिम्मेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संस्तुति होगी। साथ ही कहा कि अंतिम समय में खानापूर्ति करने के लिए किसी भी मतदाता फॉर्म का गलत निस्तारण नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा कोई मामला संज्ञान में आया तो संबंधित के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *