कासगंज (आगरा)। सोरों के गांच रायपुर में कई दिनों तीन भाइयों के घर में बार-बार लग रही रहस्यमयी आग का कारण जानने के लिए अब नाइटविजन सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। कैमरे लगने के बाद से शुक्रवार शाम तक तीन भाइयों के घरों में आग नहीं लगी है। गांव रायपुर में कन्हैया, भूप सिंह और विजेंद्र के घरों में बीती एक अप्रैल से बार-बार आग लग रही थी। रहस्यमयी आग का कारण जानने के लिए प्रयास किए गए, लेकिन सरकारी तंत्र विफल रहा। 11 अप्रैल से आग लगना बंद हुई और 17 अप्रैल से फिर से सिलसिला शुरू हो गया। आग कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा था। अब प्रशासन ने आग कारण जानने के लिए गांव में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं। कैमरे लगने के बाद से तीनों भाइयों के घरों में आग नहीं लगी है।
सरकारी शराब विक्रेताओं को भी लेना होगा एफएसएसएआई लाइसेंस
कासगंज (आगरा)। सरकारी शराब विक्रेताओं, कोटेदारों, सब्जी, गल्ला आढ़तियों को भी अब फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्स अथारिटी आफ इंडिया द्वारा लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। जिला अभिहित अधिकारी नादिर अली ने बताया कि 31 मार्च 2022 के आदेश के क्रम में अब सरकारी शराब, वीयर, माडल शाप संचालकों को खाद्य की श्रेणी में रखा गया है। इसी के साथ कोटेदार, सब्जी और गल्ला आढ़ती भी इसके दायरे में आए हैं। अब इन सभी के लिए एफएसएसएआई लाइसेंस की अनिवार्यता की गई है। उन्होंने कहा कि राशन डीलर, शराब दुकानों के अनुज्ञापी, फल, सब्जी, गल्ला आढ़तियों से कहा है कि भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली की वेबसाइट से पंजीकरण प्राप्त करने के लिए आनलाइन आवेदन करें। उन्होंने बताया कि यह आवेदन लोकवाणी केंद्र एवं जनसेवा केंद्रों से भी किए जा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए व्यापारी खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन विभाग के कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
दुर्वीन की हत्या कर नहर में फेंक दिया था शव
कासगंज (आगरा)। लगभग ढाई माह पूर्व लापता हुए युवक की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में दुर्वीन की हत्या कर शव को हजारा नहर में फेंक देना स्वीकारा है।गत पांच फरवरी को ततारपुर निवासी दुर्वीन अचानक लापता हो गया। काफी तलाश के बाद भी जब उसका पता नहीं लगा तो भाई पप्पू ने गांव के ही महेश, धर्मवीर, भाेले एवं शहर के सुंदरनगर निवासी सोनू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था।