आगरा। शमसाबाद रोड स्थित नेहरू एनक्लेव कॉलोनी में शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे लूट की सनसनीखेज वारदात उस समय टल गई, जब हार्डवेयर व्यापारी के घर में घुसे बदमाशों को कॉलोनी के लोगों ने घेरकर पकड़ लिया। नशे में धुत दो बदमाश घर में घुसकर व्यापारी की बहू को बंधक बनाने के बाद उसकी पिटाई कर रहे थे, लेकिन बेटी की समय रहते दिखाई गई समझदारी और कॉलोनी के लोगों की तत्परता ने बड़ी घटना को होने से रोक दिया।
कैसे घुसे बदमाश?
हार्डवेयर व्यापारी महेंद्र पाल वर्मा के घर पर उस समय सिर्फ उनकी बेटी मुस्कान और बहू पूनम (28) मौजूद थीं। परिवार के बाकी सदस्य एक शादी समारोह में गए हुए थे। रात में जब पूनम बाजार से लौटीं, तभी दो बदमाश उनके पीछे-पीछे घर में दाखिल हो गए। अंदर पहुंचकर दोनों ने पूनम को दबोच लिया, उसके हाथ-पैर और मुंह को टेप से बांध दिया और कमरे में ले जाकर पीटा। विरोध करने पर बदमाशों ने पिस्टल के बट से उसके सिर पर हमला भी किया।
बेटी की चीख-पुकार से जुटी भीड़
रसोई में मौजूद मुस्कान ने दो अजनबियों को घर में घुसते देख लिया था। भाभी की चीखें सुनते ही वह गेट की ओर दौड़ी और जोर से शोर मचा दिया। उसकी आवाज सुनकर कॉलोनी में टहल रहे लोग तत्काल मौके पर जुट गए।
भीड़ देखकर बदमाश घबरा गए। उनमें से एक ने डराने के लिए नकली पिस्टल भी निकाली, लेकिन कॉलोनी के युवक वीर ने दोनों को पकड़कर जमीन पर गिरा लिया। इसी दौरान उनके दो अन्य साथी, जो घर के बाहर पहरा दे रहे थे, मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए।
दो बदमाश गिरफ्तार, दो की तलाश
सूचना पर डीसीपी सिटी सैयद अब्बास और एसीपी तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों—विशाल और रमन—को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि दोनों नशे में थे और एक बदमाश पहले भी लूट व चोरी की वारदातों में जेल जा चुका है।
कॉलोनीवासियों और पुलिस के दावे अलग
कॉलोनीवासियों का कहना है कि घटना में चार बदमाश शामिल थे, जबकि पुलिस का कहना है कि अब तक दो ही बदमाशों के घर में घुसने की पुष्टि हुई है। फरार साथियों की तलाश में पुलिस टीमों को लगाया गया है।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और पीड़ित परिवार व कॉलोनीवासियों की सतर्कता की सराहना कर रही है।
