Agra News: वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए हाईवे पर लगाई गईं स्पीड रडार गन, पहले दिन दस चालान

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आगरा। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए शहर के 20 चौराहे को मॉडल के रूप में विकसित करने की तैयारी है। इन चौराहों के लिए यातायात पुलिसकर्मियों की छह जोन में ड्यूटी लगाई जाएगी। वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाने के लिए स्पीड रडार गन भी स्थापित की जा रही हैं। सिकंदरा से एत्मादपुर तक ये गन लगाई जा चुकी हैं।

बीती रात बिजलीघर चौराहे को मॉडल चौराहा बनाने के लिए डीसीपी ट्रैफिक हिमांशु गौतम ने बिजली घर के व्यापारी, ऑटो चालकों व ठेकेदारों के साथ आगरा फोर्ट चौकी में बैठक की। बैठक में डीसीपी ने ऑटो चालकों की धमाचौकड़ी व चौराहे की यातायात अव्यवस्था व अराजकता पर अंकुश लगाने के लिए स्थानीय पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए। बिजलीघर चौराहे के सभी मार्गों पर पचास मीटर की दूरी पर बैरियर लगाने एवं नियमों का उल्लंघन करने पर तत्काल गाड़ी सीज एवं चालक के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

गौरतलब है कि मॉडल चौराहों में हरीपर्वत, दिल्ली गेट, तारघर चौराहा, पुरानी मंडी, ताज व्यू, बोदला, बिजलीघर, साईं की तकिया, प्रतापपुरा, ईदगाह, भगवान टॉकीज, लोहामंडी, मदिया कटरा, रामबाग, जीवनी मंडी, वाटरवर्क्स, बसई तिराहा, फूल सैयद चौराहा, क्लब चौराहा शामिल हैं।

एसीपी यातायात अरीब अहमद ने बताया कि सिकंदरा से एत्मादपुर तक स्पीड रडार गन से चेकिंग हो रही है। अधिक रफ्तार पर चालान होगा। पहले दिन 10 वाहनों का ओवर स्पीड में चालान किया गया।

कोहरे में हादसे रोकने के लिए वाहनों की गति पर रहेगा नियंत्रण

सर्दी और कोहरे की शुरुआत के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति सीमा नियंत्रित किए जाने की तैयारी है। एक्सप्रेसवे पर कोहरे और धुंध के कारण हादसों में इजाफा हो जाता है। इसे रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक हल्के और भारी वाहनों की रफ्तार को कम करने का फैसला किया है।

हल्के वाहनों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा से घटाकर 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी जबकि भारी वाहनों की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा से घटाकर 60 किमी प्रति घंटा कर दी जाएगी। निर्धारित गति से अधिक होने पर वाहनों के चालान किए जाएंगे।

आगरा में कोहरे ने दस्तक दे दी है। गुरुवार की सुबह सीजन का पहला घना कोहरा पड़ा। इस कारण वाहनों को रेंग-रेंग कर चलना पड़ा। कोहरे में सर्वाधिक हादसे होते हैं। इसे लेकर प्रशासन ने पहले से ही प्लान तैयार कर लिया है।

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