2-4 सितम्बर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में हो सकती है घोषणा
द आगरा फैक्टर्स फाउंडेशन का प्रतिनिधि मण्डल प्रदेश वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से मिला
आगरा। 2-4 सितम्बर को जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में जूते 2500 रुपए की कीमत तक के जूते पर जीएसटी 12\18 से घटकर 5 प्रतिशत होने की उम्मीद से जूता व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। द आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन का प्रतिनिधि मण्डल 25 अगस्त को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से लखनऊ कार्यालय में जाकर मिला।
जहां उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 2500 रुपए तक का बिक्री मूल्य का जूता 5 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में जाएगा। सम्भवतः इसकी घोषणा आगानी 2-3-4 सितम्बर की जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में होने की सम्भावना है। सरकार द्वारा फैडरेशन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।
यह जानकारी द आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा ने आज होटल मैट्रो में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी। बताया कि दो सितम्बर 2024 द आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन के नेतृत्व में महासभा का आयोजन किया गया था। जिसमें 26 प्रांतों के प्रतिनिधियों ने जूते पर जीएसटी कम करने की मांग को लेकर सहभागिता की थी।
इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जीएसटी काउंसिल में व्यापारियों के वकील के प्रतिनिधि के रूप में उनकी मांग को उठाया और मंजूरी दिलाई। जूते पर जीएसटी पांच से 12 प्रतिशत बढ़ने पर 1085 लोगों ने सिर्फ आगरा में अपना जीएसटी पंजीयन रद्द कराया था। इसका अर्थ है कि 1085 परिवारों का जूता व्यवसाय से पलायन हो गया।
फैडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा ने कहा कि आगरा प्रमुख तौर पर जूता उद्योग पर पूरी तरह निर्भर है। यहां लगभग साढ़े तीन लाख परिवार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जूता कारोबार से जुड़े है और अपना पेट पाल रहे है। जिसमें ज्यादातर अनुसूचित जाति एवं पिछड़े गरीब वर्ग के लोग हैं।
साथ साथ एमएसएमई के तहत माइक्रो इंटरप्राइजेज, जिसकी सीमा अधिकतम 5 करोड़ टर्नओवर है, जबसे जीएसटी की नई दरें 12% लागू हुई है तब से ही यहाँ निरंतर कारोबार घट रहा है और लाखों लोगों की जीविका पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। परन्तु अब जीएसटी की दरों में कटौती की खबर से व्यापारियों ने उत्साह और खुशी का माहौल है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से दिलप्रीत सिंह, अजय महाजन, हितेश वरियानी, विनोद शीतलानी, रंजीत सामा, नरेन्द्र पुरसनानी, प्रमोद महाजन, कृपांशु खूबचंदानी, घनश्याम रोहिरा, गोवर्धन सुनेजा, अजय महाजन, हरीश वनजानी, नारायणदास बहरानी, वासुदेव मूलचंदानी, संजय अरोड़ा, चंद्रभान, मुरलीधर पंजवानी, किशन तलवानी, आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट- पुष्पेंद्र गोस्वामी