आगरा। मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में आज अपराह्न में उस समय भारी बवाल खड़ा हो गया जब किसान दिवस के दौरान किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सभागार में ही अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। साथी किसानों ने उन्हें जैसे-तैसे रोका। ज्वलनशील पदार्थ की गंध से किसान नेता चाहर वहीं बेहोश हो गए थे। यह देखकर किसान दिवस में मौजूद सभी अधिकारी भाग खड़े हुए। किसान नेता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुधवार को किसान दिवस के मौके पर किसानों से संबंधित मामलों की सीडीओ ऒफिस के सभागार में सुनवाई चल रही थी। सीडीओ समेत खेती-किसानी से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी वहां मौजूद थे। इसी दरम्यान किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सहायक निबंधक सहकारी समितियां से जुड़ा कोई मामला उठाते हुए कहा कि एआर के खिलाफ उनके द्वारा जिलाधिकारी से की गई शिकायत के बाद एआर उन्हें धमकी दे रहे हैं कि वे सीडीओ ऒफिस से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि एआर ने 12 सहकारी समितियों में होने वाले निर्माण कार्यों के लिए 4.12 करोड़ का अग्रिम भुगतान कर दिया है जबकि काम हुआ ही नहीं है। उन्होंने इसी की शिकायत डीएम से की है, जिसकी जांच के लिए डीएम ने कमेटी बना दी है। इसी बात को लेकर एआर उन्हें खुदकुशी की धमकी दे रहे हैं।
श्याम सिंह चाहर का आरोप था कि रोहता की ग्रामीण आवासीय सहकारी समिति के सचिव द्वारा की गई धांधली के बारे में कई बार एआर से शिकायत की गई है, लेकिन वे कार्यवाही नहीं कर रहे। चाहर इतने गुस्से में थे कि अपनी बात कहते-कहते उन्होंने अपने पास रखे ज्वलनशील पदार्थ को उठाया और अपने शरीर पर उड़ेल लिया। जेब से माचिस निकालकर यह कहते हुए जलाने लगे कि मैं ही आत्मदाह कर लेता हूं।
यह देखकर सभागार में खलबली मच गई। पास बैठे किसान नेताओं ने श्याम सिंह चाहर के हाथ से माचिस छीनकर फेंक दी। इस बीच चाहर बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। दूसरे किसान नेताओं ने उन्हें टेबल पर लिटाया और बाद में जिला अस्पताल में भेज दिया।
किसान नेता के ये तेवर देखकर सभागार में अधिकारियों में सन्नाटा छा गया। तनाव को भांप अधिकारी वहां से खिसक लिए। इधर सूचना मिलने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और किसान नेता को अस्पताल भिजवाया। अस्पताल में चाहर की हालत खतरे से बाहर है।
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