आगरा: नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स ने दक्षिणांचल एवं टोरन्ट पावर कंपनी पर हमला बोला है। शुक्रवार को जीवनी मंडी स्थित नेशनल चैंबर भवन में हुई बैठक में अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने कहा कि दक्षिणांचल एवं टोरन्ट पावर ने मिलीभगत से उपभोक्ताओं का शोषण करने का नया तरीका निकाल लिया है। 30 वर्ष से 50 वर्ष के पुराने दक्षिणांचल की बकाया राशि के लिए वर्तमान उपभोक्ताओं को नोटिस भेजा जा रहा है, जबकि पुराने उपभोक्ता से वर्तमान उपभोक्ता का न तो कोई संबंध है और न उसकी जानकारी है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश पुराने कनेक्शनधारी/उपभोक्ता तो जीवित ही नहीं होंगे। उनकी जानकारी कहां से प्राप्त की जा सकती है। इस प्रकार नोटिस भेजकर दबाव बनाना विद्युत उपभोक्ताओं के साथ घोर अन्याय है।
विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन संजय गोयल ने कहा कि उपभोक्ता नियमित रूप से अपने बिल का भुगतान कर रहा है। जो बकाया राशि पूर्व में पुराने उपभोक्ता की थी जिसका आज कोई अता-पता नहीं है। उस बकाया राशि को वर्तमान उपभोक्ता क्यों जमा करें? यह समझ से परे है। उसका दंड नवीन कनेक्शनधारी को कनेक्शन काटकर देना कहां का न्याय है?
विद्युत प्रकोष्ठ के कोचेयरमैन अनुराग गुप्ता ने कहा कि नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा है कि कनेक्शन धारक के संयोजन पर बकाया राशि है जबकि वर्तमान उपभोक्ता की वह कनेक्शन संख्या है ही नहीं। उसके एवज में पैसा जमा करना तकनीकी कारणों से भी नहीं बनता है। यह जनता से साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि विद्युत की पुरानी बकाया राशि में छोटे-बड़े सभी वर्ग के व्यक्ति जुड़े हुए हैं। पुराना बकाया जो दूसरे कनेक्शनधारी के नाम है, को देने में वे पूरी तरह से असमर्थ हैं। उनके कनेक्शन काटने से उनका जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होगा।
चैम्बर अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने कहा कि यदि दक्षिणांचल और टोरंट पावर द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं के शोषण को तत्काल बन्द नहीं किया तो जन आक्रोश फूट पड़ेगा। उन्होंने जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्त से अपील की कि विद्युत वितरण कंपनियों के गलत रवैये पर सख्त कार्यवाही करें।
बैठक में उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष नितेश अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, सदस्य अनिल अग्रवाल, अमित जैन, विवेक मित्तल आदि उपस्थित थे।
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