आगरा, 9 फरवरी। दुष्कर्म मामले में आज दीवानी में जिला जज ने अधिवक्ता प्रकाश नारायण शर्मा की जमानत ख़ारिज कर दी। अधिवक्ता को जेल भेज दिया गया है। उनके खिलाफ सिकंदरा क्षेत्र की युवती ने दुष्कर्म और मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया था। मुकदमा लिखने के बाद कार्यवाही नहीं हुई तो युवती पुलिस कमिश्नर से मिली और न्याय न मिलने पर आत्मदाह की बात कही थी। पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन दिया और अधिवक्ता प्रकाश नारायण शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया था। घर में बेटे की शादी के चलते उनको चार दिन की पैरोल मिल थी जिसकी मियाद सोमवार तक थी। आज अधिवक्ता को कोर्ट में पेश किया गया जहां जिला जज ने उनको बेल नहीं दी और जेल भेज दिया है।
महिला से दुष्कर्म के आरोपित अधिवक्ता प्रकाश नारायण शर्मा उर्फ बबली भाई को न्यू आगरा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था । उनके खिलाफ चार जनवरी को एक महिला ने दुष्कर्म, छेड़छाड़, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में अभियोग दर्ज कराया था। सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली महिला और अधिवक्ता प्रकाश नारायण में चार जनवरी को दीवानी परिसर में मारपीट हुई थी। पांच जनवरी को दोनों ने अलग-अलग तहरीर दी। महिला ने अधिवक्ता पर गंभीर आरोप लगाए। बताया कि उसका पति से न्यायालय में अभियोग चल रहा है। पूर्व में उसका मामला अधिवक्ता प्रकाश नारायण शर्मा देख रहे थे। लाकडाउन में अधिवक्ता उसके घर आए थे। बताया कि पत्नी से विवाद हो गया है, कुछ दिन उसके यहां रहेंगे।
महिला के अनुसार अधिवक्ता ने घर में ही उससे कई बार दुष्कर्म किया। मोबाइल से आपत्तिजनक वीडियो बनाए। अधिवक्ता अश्लील मैसेज व अन्य महिलाओं के साथ अपने आपत्तिजनक फोटो भी भेजते थे। विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उससे 40 लाख रुपये भी लिए थे। अधिवक्ता की ओर से दर्ज अभियोग में उन्होंने महिला पर दो करोड़ रुपये चौथ मांगने का आरोप लगाया। बताया कि 40 लाख रुपये लेने के बाद भी महिला ने फोटो और वीडियो वायरल कर दिए। उसने निजी फोटो और वीडियो फोन से चोरी किए थे।
महिला ने आरोप लगाया कि अधिवक्ता उसे दीवानी परिसर में नहीं घुसने दे रहे हैं। अधिवक्ता उसका पीछा करते हैं। अभियोग वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। उसकी जान को खतरा है।आपको बता दें की दीवानी के नामचीन अधिवक्ता प्रकाश नारायण उर्फ़ बबली भाई की अय्याशी के किस्से सुर्खियों में रहे हैं। अधिवक्ता के खुद के द्वारा बनाये गये दर्जनों वायरल फोटो व वीडियो लोगों के बीच चर्चा के विषय बने। अधिवक्ता के महिलाओं के साथ के अंतरंग फोटो वायरल हो गये थे । फोटो भी ऐसे कि समाज के सामने प्रस्तुत नहीं किये जा सकते थे। अधिवक्ता के साथ जो महिलाएं फोटो में थीं ,उनमे अधिकांश उनकी क्लाइंट थीं।