आगरा। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज, शाहगंज में माध्यमिक विद्यालयों के दिव्यांग छात्र-छात्राओं के लिए विभिन्न खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. मुकेश चंद्र अग्रवाल तथा जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रशेखर द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. मुकेश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि “दिव्यांग बच्चे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। पैरा ओलंपिक में भारत के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है।” वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रशेखर ने बच्चों की भागीदारी और प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि “आज के कार्यक्रमों ने विद्यार्थियों की बहुमुखी प्रतिभा को उजागर किया है।”
मूक-बधिर बच्चों की प्रतियोगिताएं
मूक-बधिर वर्ग के लिए 50 मीटर दौड़, खो-खो और रस्साकसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
50 मीटर दौड़
बालक वर्ग: आज़ाद (कक्षा 9, तुलाराम इंटर कॉलेज) – प्रथम
बालिका वर्ग: सुदर्शन – प्रथम
खो-खो
बालक: वरुण, तनुज, देव
बालिका: रूबी, नंदिनी, मुस्कान
रस्साकशी
बालक: सुमित, कौशल, आर्यन
बालिका: काकुल, डोली, दीक्षा
दृष्टिबाधित बच्चों के कार्यक्रम
दृष्टिबाधित विद्यार्थियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। लुसेंट कॉर्नड इंटर कॉलेज के बच्चों ने कई प्रतियोगिताओं में स्थान अर्जित किए।
छूकर पहचानो प्रतियोगिता
प्रथम : कु. सानिया
द्वितीय : दिव्या
तृतीय : कल्पना
म्यूजिकल चेयर
बालक: वरुण (तुलाराम इंटर कॉलेज) – प्रथम
बालिका: कुमारी डॉली (राजकीय हाई स्कूल बल्हेरा) – प्रथम
कला एवं निबंध प्रतियोगिताएं
कला प्रतियोगिता
बालिका (तुलाराम): साक्षी – प्रथम
अन्य बालिका वर्ग: तनु (महाकवि सूर्य स्मारक) – प्रथम
निबंध प्रतियोगिता
प्रथम : कुमारी मुस्कान (तुलाराम इंटर कॉलेज)
द्वितीय : साधना जसावत (पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज बीझामई)
पुरस्कार वितरण और समापन
कार्यक्रम के समापन पर राजकीय इंटर कॉलेज आगरा के प्रधानाचार्य मानवेंद्र सिंह ने सभी विजेता एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र और मेडल प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता बी. डी. पाराशर ने किया।
इस अवसर पर डायट प्राचार्य अनिरुद्ध यादव, प्रधानाचार्य सुजीत कुमार, अनिल वशिष्ठ, ए. के. सिंह, डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय, जिला समन्वयक डब्ल्यू. एन. मिडिल, तथा निर्णायक मंडल के रूप में रिनेश मित्तल, बृजेश कुमार, श्याम धाकरे, सुरेश भारती, अनिल कुमार, रवि प्रकाश, संजय नेहरू, पंकज कुमार सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बच्चों का उत्साह और उनका शानदार प्रदर्शन दिव्यांगजन की क्षमताओं और संकल्प का सशक्त संदेश बनकर उभर कर सामने आया।
