आगरा। दीवाली की रात बिचपुरी में पड़ोसियों द्वारा घर के सामने पटाखे जलाने से मना करने पर सपना वर्मा के परिवार को हिंसक हमले का सामना करना पड़ा। आरोप है कि पड़ोसियों ने घर पर पथराव किया, ईंटें फेंकी, सीसीटीवी कैमरे तोड़े और जान से मारने की कोशिश की। हैरानी की बात यह है कि घटना के 12 घंटे बाद भी चौकी और थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के बिचपुरी निवासी सपना वर्मा के अनुसार, सोमवार रात करीब 11 बजे उनके घर के सामने पड़ोसी हेमंत पटाखे जला रहा था। परिवार ने बच्चों के साथ आग बुझाकर उसे रोकने की कोशिश की, जिससे हेमंत भड़क गया और अपने भाइयों नरेंद्र और उपेंद्र को बुलाकर कई अन्य लोगों के साथ घर पर हमला कर दिया।
हमले के दौरान परिवार और रिश्तेदार कमरे में बंद होकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। इस दौरान सपना वर्मा और उनकी बेटी घायल हो गईं। उन्होंने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी, लेकिन चौकी और थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
पीड़ित परिवार को थाने जाकर तहरीर देने के लिए कहा गया। सपना वर्मा देर रात थाने पहुंचीं और प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन अगले दिन सुबह तक पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंची। हमले के दौरान सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए गए थे, जिनमें पूरी घटना कैद हो सकती थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिचपुरी में चौकी मौजूद होने के बावजूद चौकी प्रभारी मौके पर नहीं पहुंचे। पुलिस की यह संवेदनहीनता कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करती है।
दीवाली की रात बिचपुरी में एक परिवार अंधेरे और डर के साए में बैठा रहा। यह घटना न केवल पड़ोसी विवाद को हिंसक बना गई, बल्कि आगरा पुलिस की “फास्ट रिस्पॉन्स” की नारेबाज़ी को भी उजागर कर गई।
