आगरा, 25 अप्रैल । उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के दिशानिर्देश पर, मा० जनपद न्यायाधीश विवेक संगल के मार्गदर्शन में आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री नसीमा ख़ानम, सदस्यगण/अपर जनपद न्यायाधीशगण, श्रीमती शिप्रा आर्य, कनिष्क सिंह व ज्ञानेंद्र त्रिपाठी (सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा) द्वारा रामलाल वृद्धाश्रम, सिकंदरा, आगरा; मातृछाया शिशु गृह, नेहरू नगर,आगरा एवम् बाल शिशु गृह/Preadoption, सदर तहसील के निकट, आगरा का निरीक्षण किया गया।आश्रय गृहों के निरीक्षण के दौरान संबंधित संस्था के संचालक/अधीक्षक/प्रभारी तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान रामलाल वृद्धाश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि वृद्धजन आश्रमवासियों के आधार कार्ड न बन पाने के कारण उन्हें किसी भी सरकारी सुविधा यथा वृद्धावस्था पेंशन,राशन कार्ड, आदि का लाभ नहीं मिल पा रहा है।इस संबंध में आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री नसीमा ख़ानम द्वारा उच्चाधिकारियों को पत्राचार हेतु निर्देशित किया गया।
मातृछाया शिशु गृह मे गत कई वर्षों से कोई शिशु नहीं आ रहा है, जिसके लिए संस्था के प्रचार प्रसार हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त बाल शिशु/ Preadoption, गृह, आगरा का भी औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित सहायक अधीक्षक द्वारा यह आग्रह किया गया कि संस्था में पिछले कई माह से कोई भी बाल चिकित्सक कार्यरत नहीं है। यदि किसी शिशु की तबीयत खराब होती है तो उसे Emergency में ले जाना पड़ता है। कभी कभी रात में Emergency होती है तो पूरी तरह से चिकित्सा उपचार नहीं मिल पाता है। इस संबंध में समिति की अध्यक्षा द्वारा उच्चस्तरीय पत्राचार का आश्वासन दिया गया।