राष्ट्रीय वैश्य परिषद द्वारा किया गया वैश्य महापंचायत का आयोजन, विभिन्न जिलों के 300 से अधिक लोगों ने लिया भाग

Press Release

गांधी का बोया कांग्रेस ने, लोहिया का बोया सपा ने काटा, भाजपा को वैश्यों ने पोषित किया

आगरा। देश में स्वतंत्रता की क्रांति का बीज बोने वाले महात्मा गांधी की फसल आज तक कांग्रेस काट रही है। राम मनोहर लेहिया का बोया सपा और हिन्दुत्व की खेती को बोने वाले अशोक सिंघल की फसल को भाजपा ने काटा। भाजपा को वैश्यों ने पोषित किया। देश में 72 प्रतिशत रोजगार देने वाला वैश्य समाज है। देश को 69 प्रतिशत राजस्व वैश्य समाज देता है। देश भर के मंदिरों के बनने में 90 फीसदी योगदान वैश्य समाज का है।

केन्द्र शासित सहित 36 राज्यों में वैश्य समाज का एक भी राज्यपाल नहीं। आजादी के स्वतंत्रता आंदोलन में तन-मन-धन से 27 फीसदी सहयोग करने वाला वैश्य समाज था। इसके बाद भी राजनीति में पिछड़ा है वैश्य समाज। जो साथ चल रहे हैं वो राज कर रहे हैं, हम एक सूत्र में नहीं इसलिए हाथ मल रहे हैं। यह ओजपूर्ण वक्तव्य लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में राष्ट्रीय वैश्य परिषद द्वारा आयोजित वैश्य महापंचायत में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहे।

कार्यक्रम का शुभारम्भ वैश्य समाज की कुलदेवी माता महालक्ष्मी के चित्र पर वरिष्ठ समाजसेवी रितेश अग्रवाल, विनय अग्रवाल, विनय अमित गुप्ता, विनोद अग्रवाल ने माल्यापर्ण व दीप प्रज्ज्वलित करके किया। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व मुख्य वक्ता विनय अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में 2-2 उपमुख्यमंत्री में से एक भी वैश्य समाज से क्यों नहीं। देश में कोई भी मुख्यमंत्री और उपमुक्यमंत्री किसी भी राजनीतिक दल से नहीं है। देश में वैश्य समाज के एक मात्र मुख्यमंत्री केजरीवाल को गांधी बनने से रोका जा रहा है। वैश्य समाज संघर्ष करना नहीं जानता इसलिए राजनीति में आज भी पिछड़ा है। बसपा, सपा और कांग्रेस तीनों वैश्य समाज के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी हैं। लेकिन राजनीतिक पदों पर वैश्य समाज के लिए जगह नहीं। निर्दलीय खड़े होगे तो पार्टी बुलाकर टिकट देगी। स्थायी नहीं फ्लोटिंग वोटर बनिए। अपने समाज के लिए हमेशा खड़े रहे। पार्टी नहीं वैश्य समाज को प्राथमिकता दें। जो पार्टी आपके भाई बंधुओं को टिकट दे, उसे जिताएं। किसी राजनीतिक दल का पिट्ठू बनकर सम्मान हांसिल नहीं किया जा सकता है।

उमेश अग्रवाल, पवन आगरी, सपना गुप्ता, केके गोयल आदि वक्तों ने भी अपने विचार रखे। अध्यक्षता राजीव जयराम ने व अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक विनोद अग्रवाल ने किया। संचालन कपिल अग्रवाल ने किया।

ये प्रस्ताव हुए पारित

अमित गुप्ता ने कहा कि महापंचायतें फरमान के लिए होती है। लेकिन हम फरमान नहीं अपने अरमान लेकर आए हैं। हम एक सूत्र में नहीं है, इसलिए हाथ मल रहे हैं। विनय अग्रवाल ने प्रस्ताव रखे, जिस पर सभी सदस्यों में उन्हें पास करने की मोहर लगाते हुए अपने दोनों हाथ खड़े किए।

-हिन्दुत्व की लख जगाने वाले शोक सिंघल की 100 फुट की मूर्ति अयोध्या में लगाई जाए। इसके लिए प्रत्येक परिवार से 10-10 चिट्ठियां प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी को भेजी जाएंगी।

-वैश्य समाज का कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी से खड़ा हो, उसे जिताना समाज का दायित्व होगा। पार्टी नहीं समाज को प्राथमिकता दें।

-वैश्य समाज की 22 प्रतिशत की आबादी के हिसाब से 2027 के चुनाव में टिकट वितरण सभी पार्टियां करें। वैश्य समाज को हल्के नहीं भारी भरकम कैबिनेट मंत्रालय दिए जाएं। वैश्य समाज के योग्य आईएएस व आईपीएस अधिकारियों को प्रमुख जिलों का चार्ज दिया जाए।

इनकी रही विशेष उपस्थिति

मंचासीन अतिथियों में मिट्ठनलाल गोयल, दायुदयाल वार्ष्णेय, विनय अग्रवाल चेन वाले, कार्यक्रम सह संयोजक जितेन्द्र अग्रवाल, अश्वनी अग्रवाल (शैलू), सुमन गोयल, आशा खंडेलवाल, राम शरण मित्तल, पंकज गोयल, जगदीश प्रसाद मित्तल, छीतरमल अग्रवाल, गणेश बंसल, विपिन अग्रवाल, शीतल अग्रवाल, मंजू बंसल थे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रवीन अग्रवाल, विवेक गर्ग, सोमेश गुप्ता, धीरज अग्रवाल, संजय अग्रवाल, उमेश अग्रवाल, निशा सिंघल, हेमलता अग्रवाल, नीरज रत्नप्रिया, दीपक अग्रवाल, रवि गोयल, अंकित अग्रवाल, दिनेश मित्तल, महेन्द्र खंडेलवाल, वीरेन्द्र गुप्ता, महेन्द्र बंसल, राम अग्रवाल, सुनील अग्रवाल आदि उपस्थित ते।

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