एटा (आगरा)। जलेसर के गांव नगला चांद में भागवत के लिए लकड़ी फाड़ते वक्त सोमवार शाम हुए विवाद को लेकर मंगलवार को एक युवक की गांव के ही प्रधान के पुत्र और उसके साथी हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का दूसरे पक्ष से एक दिन पूर्व विवाद हुआ था। इस विवाद को लेकर मृतक और उसके साथियों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज हुई थी।
सोमवार शाम ग्राम पंचायत खेड़ानूंह के मजरा नगला चांद में भागवत कथा में भंडारे के लिए तीन युवक प्रदीप और लवकुश व कुलदीप लकड़ी फाड़ रहे थे, तभी ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह का पुत्र दीपू, सुरेंद्र सिंह का पुत्र राजा व कुछ अन्य युवक पहुंचे और दीपू ने प्रदीप के पैर पर बाइक चढ़ा दी। इसके बाद विवाद हो गया तथा दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई। घटना के बाद प्रधान पक्ष के लोग कोतवाली पहुंच गए और प्रदीप सहित चार के खिलाफ मारपीट की एफआइआर दर्ज करा दी। थोड़ी देर बाद प्रदीप का चाचा लवकुश भी तहरीर देने कोतवाली गया, मगर पुलिस ने उसे थाने में बैठा लिया। इसके बाद मंगलवार सुबह प्रदीप अपने खेत पर जा रहा था, तभी रजवाह के पास हमलावरों ने उसे गोली मार दी जो उसके सीने पर लगी और उसकी मौत हो गई। प्रदीप बीएससी की पढ़ाई कर रहा था तथा खेती भी करता था। मृतक के परिवार वालों और ग्रामीणों को पता चला तो उनमें आक्रोश पनप गया और भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना मिलने पर कई पुलिस अधिकारी और कई थानों का फोर्स गांव में पहुंच गया, जहां पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने की कोशिश की, मगर ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया। पुलिस ने गांव वालों को काफी समझाया, तब शव उठ पाया। उधर मृतक के भाई प्रमोद ने दीपू, राजा, लोकेंद्र, विकास, तेजवीर और ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाह ने बताया कि गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। एक दिन पूर्व हुए विवाद को लेकर भी तहकीकात की जा रही है। अगर कोई पुलिस कर्मी दोषी पाया जाएगा तो कार्रवाई होगी।
घटना स्थल पर ग्रामीणों का कहना था कि वारदात से एक दिन पहले हुई मारपीट की घटना को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और एकतरफा कार्रवाई की और प्रदीप सहित चार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली, जबकि कोतवाली के सब इंस्पेक्टर ओमकार सिंह को ग्रामीणों ने भी घटना के बारे में बताया था कि गलती किसकी है। एकतरफा कार्रवाई के कारण आरोपितों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने प्रदीप की हत्या कर दी।