लखनऊ। यूपी के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ (मन्नू कोरी) के काफिले पर ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में भीड़ ने हमला बोल दिया। शुक्रवार शाम को मंत्री के सुरक्षाकर्मी समेत स्टाफ को गाड़ी से नीचे घसीटकर लात-घूंसों से पीटा।
क्या है पूरा मामला?
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी के काफिले पर एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान काफिले की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और उनके स्टाफ के साथ मारपीट की गई। ये हमला उस वक्त हुआ जब मंत्री के साथ यूपी पुलिस के जवान भी थे।
उत्तर प्रदेश के श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी आगरा से ललितपुर की ओर जा रहे थे। इसी बीच ग्वालियर के बिलौआ थाना क्षेत्र के जौरासी गांव के पास एक ट्रक का हाईवे पर एक्सीडेंट हुआ था, जिसकी वजह से हाईवे पर जाम लगा हुआ था। जब मंत्री इस जाम में फंसे तो उनके काफिले ने रॉन्ग साइड से आगे बढ़ने का फैसला किया।
जैसेही वे दूसरी ओर से आगे बढ़े, इसी दौरान रास्ते में एक बाइक सवार उनके वाहन के आगे आ गया। जब राज्यमंत्री के पीएसओ सर्वेश ने उसे रास्ते से हटने और उन्हें निकलने देने की बात कही तो तो दोनों के बीच विवाद हो गया।
इस दौरान आरोपी युवक ने मंत्री के पीएसओ से बदसलूकी करते हुए हाथ उठा दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों में बड़ा विवाद हो गया। इसके बाद आरोपी बंटी यादव ने मंत्री के पीएसओ की सरकारी पिस्टल छीन ली और अपने गांव से दो दर्जन लोगों को बुला लिया।
करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने इसके बाद ना सिर्फ मंत्री मन्नू कौरी के काफिले पर हमला किया, बल्कि वाहन पर भी पथराव किया। इस हमले में काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मियों के साथ मंत्री मन्नू कोरी को भी मामूली चोट आई हैं। वहीं घटना के बाद मंत्री ग्वालियर के बिलौआ पुलिस थाने पहुंचे और उनके ड्राइवर ने करीब 15 हमलावर बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी, एसपी समेत पुलिस के तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और इस घटना को अंजाम देने वाले 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही पीएसओ की पिस्टल भी रिकवर कर ली गई है।