मण्डलायुक्त ने कमिश्नरी एवं जिलाधिकारी ने कलक्ट्रेट में किया झण्डारोहण, हमारे मन में छोटे-बड़े की भावना कभी नहीं होनी चाहिएः बेबीरानी मौर्य
आगरा, 26 जनवरी। मण्डलायुक्त अमित गुप्ता ने कमिश्नरी में झण्डारोहण करने के उपरान्त आयुक्त सभागार में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को संविधान प्रस्तावना की संकल्प दिलायी तथा जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलक्ट्रेट प्रांगण में झण्डारोहण किया तथा कलेक्ट्रेट के अधिकारियों/कर्मचारियों को संविधान प्रस्तावना की संकल्प दिलायी। पुलिस लाइन ग्राउण्ड में पुलिस आयुक्त प्रीतिन्दर सिंह द्वारा पुलिस लाइन में संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलायी। साथ ही जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों को सम्मानित किया।
आज 74वां गणतन्त्र दिवस पूरे जनपद में हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया। जनपद के विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक एवं देश भक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मण्डलायुक्त ने आयुक्त सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश ने बहुत विकास किया है, लेकिन हमें अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। जिसके लिये रूढ़िवादी सोच जैसे- दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, बाल श्रम जैसी कुप्रथाओं पर विजय प्राप्त करनी होगी, तभी हम पूरी तरह से आगे बढ़ने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि देश को मजबूत बनाने के साथ-साथ आगे बढ़ाना है तो हम सभी को अपनी भावनाओं में एकता और आखण्डता को समाहित करना होगा।
उक्त के पश्चात् पुलिस लाइन ग्राउण्ड में पुलिस परेड की कैबिनेट मंत्री महिला कल्याण एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, उ0प्र0 श्रीमती बेबीरानी मौर्य ने सलामी ली। उन्होंने कहा कि आज हम देश का 74वाँ गणतंत्र दिवस के रूप में मना रहें हैं। सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें दी। आज ही के दिन 26 जनवरी सन् 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था, उसी उपलक्ष्य में भारत देश के प्रत्येक नागरिक के द्वारा गणतंत्र दिवस को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है, गणतंत्र का अर्थ है जनता के द्वारा जनता के लिए शासन, 26 जनवरी 1950 को हमारे देश भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था। सभी भारतीय नागरिको के द्वारा यह दिवस बिना भेद-भाव के मनाया जाता है, हम सभी देश वासियों को भारत का नागरिक होने का गर्व हैं। समाज में, हमारी अलग जाति, धर्म या कई अन्य बोलियां हैं, लेकिन हम फिर भी भारतीय हैं। सभी भारतीयों के द्वारा एकजुट होकर गणतंत्र दिवस को मनाया जाता है। हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा जो आहुति दी गई थी, उसके कारण ही भारत को पूर्ण स्वराज मिला और इसी दिन हम पूर्ण रूप से स्वाधीन हो गए थे। देश की सीमा की सुरक्षा करने तथा देश और प्रदेश में शान्ति कायम करने के लिये अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सेना और पुलिस के जवान पूरी तन्मयता से अंजाम देते हैं, जिससे देशवासी बिना किसी आशंका और भय के अपने को सुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रशासनिक सेवा में है या शासकीय सेवा में हैं तथा सार्वजनिक जीवन से जुड़े हैं, हम लोगो का ध्येय होना चाहिए कि प्रतिष्ठा और अवसर की समता सबको मिले, इसके लिए माहौल उत्पन्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोगों को सभी व्यक्तियों का सम्मान करना चाहिए। हमारे मन में छोटे-बड़े की भावना कभी नहीं होनी चाहिए, यही संविधान का उद्देश्य भी है। हमारे देश का प्रत्येक नागरिक आर्थिक और सामाजिक रुप से स्वाधीन हो और सभी बराबर हो, संविधान की जो मूल भावना है, राष्ट्रीय की गरिमा व राष्ट्र की एकता एवं अखण्डता और बंधुता बढ़ाने के लिए है अगर हम अपने देश को मजबूत देखना चाहते हैं और आगे बढ़ाना चाहते हैं तो इस ओर विशेष ध्यान रखना होगा।
इस अवसर पर उन्होंने पुलिस लाइन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं अमर शहीदों के परिजनों को शाल ओढाकर सम्मानित किया तथा प्रशासनिक सेवा में उत्कृष्ट काम करने वाले पुलिस के जवानों को प्रमाण पत्र तथा मेडल लगाकर सम्मानित किया।उक्त अवसर पर ए0डी0जी0 राजीव कृष्ण, आई0जी0 नचिकेता झा एवं समस्त अपर जिलाधिकारी सहित स्वतंत्रता सेनानी व अमर शहीदों के परिवारजन व पुलिस बल के सदस्यगण आदि उपस्थित रहे।