मेफेंटर्माइन के इंजेक्शन और खाली शीशी लगातार मिल जाती हैं यहां के शौचालयों में
आगरा। आखिर प्रतिबंधित दवा का इस्तेमाल ताजनगरी के कुछ खिलाड़ी क्यों कर रहे हैं। आज से नहीं लंबे समय से आगरा के एकलव्य स्टेडियम के शौचालयों में प्रतिबंधित दवा की शीशियां व सिरिंज मिल रहे हैं। जिनके बारे में अखबारों में भी कई बार खबरें प्रकाशित की गयी हैं।सोशल मीडिया तो समय-समय पर इस जोखिम से खिलाड़ियों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी आगाह करता रहता है।इसके बावजूद न तो स्टेडियम प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई की और न ही जिला अथवा प्रदेश स्तर से इस मामले की गहनता से जांच करायी गयी। जिससे खिलाड़ियों को लाभ ही होगा। वैसे ये गिने चुने खिलाड़ी ही होंगे जो इस तरह से अपने आप को सुई चुभोकर कष्ट दे रहे हैं। जब ये खिलाड़ी राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीयस्तर पर खेलने जाएंगे तो वहां नाडा द्वारा इनको पकड़ ही लिया जाएगा। इसकेपश्चात शहर और प्रदेश की भी बदनामी होती है।
कल का ही वाकया है। यह रिपोर्टर एकलव्य स्टेडियम गया। वहां उसको लघुशंका के लिये जाना पड़ा। देखा तो जिमनेजियम के शौचालय में प्रतिबंधित दवा मेफेंटर्माइन के इंजेक्शन मिले।खाली सिरिंज भी पड़ी हुई थीं। इसके पहले मुख्य मैदान के शौचालय में तो लंबे समय से इस तरह के प्रतिबंधित दवा की खाली शीशी पड़ी रहती हैं। इस मामले में नाडा के एक्सपर्ट डा. भूपेंद्र सिंह से जानकारी की गयी तो उनका कहना है कि मैफेंटर्माइन का अत्यधिक इस्तेमाल खतरनाक होता है। इस दवा से उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा हो सकती है। नींद न आने की बीमारी हो सकती है। इसलिये इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिये। नाडा द्वारा खिलाड़ियों को समय-समय पर बताया भी जाता है कि वे इस तरह की दवाओं के इस्तेमाल से बचें।