आगरा-31.12.2024/अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) श्रीमती शुभांगी शुक्ला के निर्देशों के क्रम में जिला आपदा विशेषज्ञ शिवम कुमार मिश्रा द्वारा आम जनमानस से अपील की गई है कि जनपद में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है, ऐसी स्थिति में सर्द हवाओं के चलने के कारण ठंड का प्रकोप और भी बढने की सम्भवना बनी रहती है। अतः उपरोक्त स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आगरा द्वारा ठंड/पाला/घनें कोहरे से बचाव हेतु क्या करें-क्या न करें एडवाइजरी जारी की गई हैः-
ठंड/पाला/घनें कोहरे से बचाव हेतु क्या करें-
रेडियो सुनें, टीवी देखें, स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान के लिए समाचार पत्र पढ़ें। पर्याप्त सर्दियों के कपड़े स्टॉक करें। कपड़ों की कई परतें अधिक सहायक होती हैं। बच्चों को अच्छी तरह ऊनी कपडों से ढक कर रखें एवं बुजुर्गो पर विशेष ध्यान दें। पीने, स्नान करनें के लिए गुनगुनें पानी का उपयोग अवस्य करें। भारी कपड़ों की एक परत के बजाय ढीले ढाले, हल्के वायुरोधी गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। टाइट कपड़े ब्लड सर्कुलेशन को कम करते हैं। ठंड से बचाव के लिये जनपद में विभिन्न स्थानो पर तहसील/नगर पालिका/नगर पंचायत के द्वारा दैनिक रूप से जलाये जा रहे अलाव का सहारा लिया जा सकता हैं। जिसका जिला व् तहसील स्तरीय उच्चाधिकारियों के द्वारा निरंतर रात्रि के समय निरीक्षण किया जा रहा है। शीतलहर/ठंड के दृष्टिगत निराश्रित/असहाय/गरीब व्यक्तियो से अनुरोध है कि सुरक्षा के लिये जनपद में नगर निगम/नगरपालिका/नगर पंचायत द्वारा संचालित रैन बसेरो का सहारा लें। रेन बसेरो में आंगुतकों/ठहरने वाले व्यक्तियों को समस्त मूल भूत सुविधाओं के सम्बन्ध में जिला व् तहसील स्तरीय उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित रात्रि के समय निरिक्षण किया जा रहा हैं। कोहरे के दौरान वाहन धीरे चलाये, इंडिकेटर लाइट एवं हेलमेट का उपयोग एवं नारंगी रंग का चेतावनी स्टीकर लगायें, जिससें घनें कोहरें में वाहनों के मध्य उचित दूरी बनी रहे तथा दुर्घटना न हो पायें। किसानों से विशेष अनुरोध है कि ठंड/पाला से बचाव हेतु कृषि कार्य दिन में ही पूर्ण करना सुनिश्चित करें। फ्लू, बहती नाक या नाक से खून बहने जैसी विभिन्न बीमारिया ठंड में लंबे समय तक रहने के कारण बढ़ जाती हैं। ऐसे लक्षणों के लिए डॉक्टर से सलाह लें। अपने आप को सूखा रखें। यदि गीले है, तो अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढक लें क्योंकि अधिकांश गर्मी का नुकसान शरीर के इन हिस्सों से होता है। शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन करें। पर्याप्त प्रतिरक्षा बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाए। नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ पिएं, क्योंकि इससे सर्दी से लड़ने के लिए शरीर की गर्मी बनी रहेगी तथा पशुओ को ठंड से बचाये एवं निमोनिया, डायरिया, खुरपका इत्यादि से बचाव के लिये टीकाकरण अवष्य कराये।
ठंड/पाला/घने कोहरे से बचाव हेतु क्या न करें-
रात्रि में बंद कमरे में परिवार के साथ अंगीठी जलाकर ना सोये। बंद कमरें में अंगीठी जलानें से जहरीली गैस बननें तथा दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। ठंड/पाला/घने कोहरे में खुले आसमान के नीचे ना सोयें। बच्चों को जलते हुये अलाव के पास अकेला ना छोडे व आग को पानी डालकर अवश्य बुझायें। घर में पानी गर्म करतें समय भी बच्चों का विशेष ध्यान रखें। कोहरे में वाहन तेजी से ना चलायें।