हम किसी भी राजनीतिक या आर्थिक शक्ति को लोकतंत्र को तबाह करने की इजाजत नहीं दे सकते: मल्लिकार्जुन खरगे

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नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र चुनाव में बड़ी हार के बाद से ही कांग्रेस संविधान और ईवीएम को लेकर सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संविधान को लेकर महारैली की शुरुआत की है, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें कई चीजें हासिल करनी है. सिर्फ एक संगठन नही है, हर संगठन यह चाहता है कि संविधान बचाना चाहिए इसलिए हमको एक रहकर इस संविधान को बचाना होगा. हर पार्टी के लोग आने अपने हिसाब से काम कर रहे हैं, हमे लोकतंत्र को भी बचाना होगा. खरगे ने कहा कि देश में ताजमहल से लेकर लाल किला सभी तो मुसलमानों ने बनाया क्या उसे भी तोड़ देंगे.

दिल्ली में रामलीला मैदान में बोलते हुए खरगे ने कहा, “जब तक लोकतंत्र नहीं बचेगा आपकी हिस्सेदारी नहीं होगी. ब्रिटिश के जमाने में सिर्फ चंद वोटर्स थे. वह सब अमीर थे, जमींदार थे, लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के बाद अम्बेडकर जी और दोनों ने मिलकर एडल्ट फ्रेंचाइज देने का रिजॉल्यूशन पास किया था. बताइये क्या एडल्ट फ्रेंचाइज मोदी ने दिलवाया है? सब संविधान की देन है.”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में बीजेपी ने लगातार संविधान, संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है. विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश हुई. मीडिया पर पाबंदियां लगाई गईं. पत्रकारों को जेल में डाला गया. बीजेपी के नेता सरे-आम संविधान को बदलने के लिए 400 सीटें मांग करने लगे. ऐसे माहौल में राहुल गांधी ने कश्मीर से कन्याकुमारी फिर मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा निकाली. इन यात्राओं ने जनता के मुद्दों को कांग्रेस पार्टी का मुद्दा बनाया. इस देश का मुद्दा बनाया और आज आप सब यहां इस ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए है, क्योंकि ये मुद्दे आज भी खत्म नहीं हुए.

खरगे ने कहा कि मुझे खुशी है कि आप सभी लोग ऐसे मुद्दों पर भी लड़ रहे हैं, जो देश के नौजवानों, मजदूर, कमजोर तबकों, माइनॉरिटीज और किसानों की समस्याएं हैं. चाहे वक्फ बोर्ड में हस्तक्षेप की बात हो, प्राइवेटाइजेशन पर रोक और ठेकेदारी प्रथा की समाप्ति हो, खाली पदों को भरा जाना, सरकारी धन से चल रही प्रोजेक्ट में आरक्षण, किसानों की एमएसपी गारंटी, आदिवासियों की जल जंगल और जमीन बचाने का मसला हो या चुनाव साफ सुथरे तरीके से हो. ये सब हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी के विषय हैं. हम किसी भी राजनीतिक या आर्थिक शक्ति को लोकतंत्र को तबाह करने की इजाजत नहीं दे सकते.

संभल मामले पर खरगे ने कहा कि भाजपा का कहना है कि वहां पहले मंदिर था अब मस्जिद है. मस्जिद के नीचे मंदिर है. मोहन भागवत ने 2022 में कहा था- हर मस्जिद में शिवालय ढूंढने का काम ना करें. आपके (भाजपा) लोग ऐसा बोलते हैं फिर भी आप यह करते हैं. 1947 से पहले धार्मिक स्थलों की यथास्थिति रखने के लिए 1991 में कानून बनाया गया, लेकिन उसको भी नहीं मान रहे है. कानून भी आप बनाते हो तोड़ते भी आप हो. ताजमहल मुसलमान ने बनाया उसको भी जाकर तोड़ो. लाल किला भी मुसलमान ने बनाया वह भी तोड़ दो. हैदराबाद में किला है वह भी तोड़ दो. सब कुछ ऐसे ही खत्म कर देंगे क्या हम लोग.

खरगे ने कहा, “मैं भी हिंदू हूं, मेरा नाम मलिकार्जुन है. मैं सेक्युलर रहने की वजह से चाहता हूं एक होकर चलो. वक्फ बिल का कांग्रेस पार्टी सभी अपोजिशन पार्टी के सभी लोगों ने विरोध किया है. यह लोग देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं. यह लोग ऐसे ही करते रहेंगे तो फिर एक बार देश गुलामी में चला जाएगा. यह बाबा साहब ने कहा था. हम सब मिलकर न्याय के लिए लड़ेंगे।


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