आगरा। आगरा में यमुना रौद्र रूप लेती जा रही है। नदी का जलस्तर खतरे के अलर्ट निशान से तीन फीट से भी ऊपर पहुंच गया है। जलस्तर 498.8 फीट पहुंच गया है। जिसके बाद बाढ़ को लेकर जिले में अलर्ट कर दिया गया है। आज सुबह 10 बजे ओखला बैराज से दो लाख क्यूसेक और गोकुल बैराज 1.33 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
लगातार जलस्तर बढ़ने से पोइया और मनोहरपुर में यमुना का पानी किनारे तोड़कर सड़क तक पहुंच गया है। यमुना उफान पर है। शहर में दर्जनों नाले बैक मारने लगे हैं। गोकुल बैराज से पानी लगातार डिस्चार्ज होने से आगामी एक दो दिन में जलस्तर 500 फ़ीट पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। यमुना खतरे के निशान से सिर्फ 0.2 फीट नीचे रह गई है। पानी शहर और गांव में घुसना शुरू हो गया है।
कैलाश गांव के तमाम घरों में पानी पहुंच गया है। कैलाश मंदिर के प्लेटफार्म तक भी बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। गांव के लोग छतों और ऊंची जगहों पर रहने को पहुंच गए हैं। दयालबाग से एत्मादउद्दौला तक आधा दर्जन कॉलोनियां खतरे के मुहाने पर पहुंच गई हैं। ताज व्यू प्वाइंट और मेहताब बाग जलमग्न हो गए हैं। यमुना किनारा रोड पर स्ट्रैची ब्रिज के नीचे सड़क पर कई फीट पानी भरने से ट्रैफिक पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है।
बटेश्वर मंदिर परिसर में पानी भर गया है। यहां दुकानों को खाली कराया जा रहा है। ताजमहल के पीछे पार्क पूरी तरह से डूब गया है। यहां 2-2 फीट तक पानी भर गया है। मनोहरपुर में यमुना से 200 मीटर दूर बने मकानों तक पानी पहुंच गया है। कैचमेंट एरिया में बनीं झोपड़ियां डूब गई हैं।
नगला बूढ़ी, अमर विहार, मनोहरपुर, सिकंदरपुर, बल्केश्वर, मोतीमहल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टॉकीज, यमुना किनारा रोड सहित सदर तहसील, फतेहाबाद और एत्मादपुर के कई गांवों में पानी घुस गया है। खेत जलमग्न हो गए हैं और खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई हैं।
सिंचाई विभाग का कहना है कि आज रात तक नदी का जलस्तर 499 फीट पार कर जाएगा। हथिनी कुंड बैराज से एक सितंबर को 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। गुरुवार को गोकुल बैराज से 2,44,478 क्यूसेक पानी पास हुआ, जिससे मथुरा में तबाही मच गई है।