TMC की कलह उजागरः कुणाल घोष ने खोले कई राज, की तापस रॉय की भी तारीफ

Politics

कोलकाता। लोकसभा चुनाव 2024 के बीच ममता बनर्जी ने कुणाल घोष को तृणमूल कांग्रेस के राज्य संगठन के महासचिव पद से हटा दिया है। डेरेक ओ ब्रायन के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी में कहा गया है कि पार्टी के विचारों से मेल नहीं खाने वाले विचार व्यक्त करने के चलते कुणाल घोष को राज्य संगठन के महासचिव पद से हटा दिया गया है। हालांकि, विपक्षी दल के नेताओं की मानें तृणमूल कांग्रेस में ममता vs अभिषेक बनर्जी का माहौल चल रहा है। कुणाल घोष को पद से हटाने के बाद इस बात को और भी हवा मिलने लगी है।

कभी ममता बनर्जी की पार्टी में खास रहे कुणाल घोष को अचानक हटाए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं उन्होंने भी पार्टी के खिलाफ अपना मुंह खोलना शुरू कर दिया है। कुणाल घोष ने दावा किया कि पार्टी को 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले ही स्कूल भर्ती घोटाले के बारे में सब पता था। लोकसभा चुनावों के बीच आया कुणाल घोष का यह बयान हॉट मुद्दा बन गया है, क्योंकि चुनाव में एसएससी घोटाला पहले से ही छाया गया है, अब इसे और हवा मिल गई है।

कुणाल घोष ने साधा निशाना

टीएमसी में पद से हटाए जाने के बाद कुणाल घोष और उम्र हो गए। एक बांग्ला समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने पार्टी पर निशाना साधा। कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी इस तथ्य से अच्छी तरह से वाकिफ थी कि स्कूल शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और नौकरियों के बदले जबरन वसूली हो रही है। पार्टी को 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले ही इसकी जानकारी थी।

तृणमूल कांग्रेस में दो लॉबी

कुणाल घोष को पार्टी के प्रवक्ता पद से पहले ही पार्टी विरोधी बातें बोलने के लिए हटा दिया गया था। इस बार उत्तर कोलकाता के एक रक्तदान शिविर के कार्यक्रम में भाजपा प्रत्याशी तापस राय की प्रशंसा करने के कारण कुणाल को जेनरल सेक्रेटरी पद से हटाया गया। विपक्षी दल के नेताओं के बयान से स्पष्ट है कि कुणाल घोष को हटाने के पीछे तृणमूल कांग्रेस की एक लॉबी काम कर रही है। विरोधियों की मानें तो वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस में दो लॉबी हैं: एक ममता बनर्जी की तो और दूसरी अभिषेक बनर्जी की। कुणाल घोष पूर्व में ममता बनर्जी की लॉबी से जुड़े थे, लेकिन वर्तमान में उन्हें अभिषेक बनर्जी के समर्थक के रूप में जाना जाता है।

बुआ और भतीजा की लड़ाई

बिरोधी यानी की भाजपा के कुछ नेताओं का कहना है कि यह असल में बुआ और भतीजा की लड़ाई है। विरोधियों का कहना है कि बुआ और भतीजा की लड़ाई में टीएमसी में अभी भी ममता की ही बात चलती है। यह प्रमाणित करने के लिए ही कुणाल घोष को हटाया गया। विरोधी सूत्रों का ये भी कहना है की उत्तर कोलकाता से सुदीप बंदोपाध्याय ममता बनर्जी के उम्मीदवार हैं। हालांकि, अभिषेक बनर्जी नहीं चाहते सुदीप बनर्जी उत्तर कोलकाता से जीते।

कुणाल घोष ने की तापस रॉय की तारीफ

लोकसभा चुनाव के बीच एक दुर्लभ लम्हा भी देखने को मिला। तापस रॉय तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और कोलकाता उत्तर से उम्मीदवार बन गए। तृणमूल के पूर्व राज्यसभा सांसद और तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने तापस रॉय की तारीफ की। एक ही मंच पर बैठकर उन्होंने कहा कि हम तापस रॉय को पार्टी (टीएमसी) में रखना चाहते थे लेकिन नहीं रख सके। वह बहुत अच्छे उम्मीदवार हैं, लोग समझोंगे और वोट देंगे।

– एजेंसी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *