गांजा तस्करी से तो नहीं जुड़े तार? सात दिन से आगरा में बंधक युवकों को पुलिस ने मुक्त कराया

Crime उत्तर प्रदेश स्थानीय समाचार

आगरा, 29 नवंबर। ओडिशा से आगरा आए दो युवकों का आटो गैंग ने अपहरण कर लिया और उन्हें टेढ़ी बगिया में हाथरस राेड पर एक मकान में सात दिन से बंधक बना रखा था। युवकों के परिवारीजनों को फोन करके चार लाख रुपये फिरौती मांगी जा रही थी। मंगलवार रात को एक युवक ने मौका मिलने पर छत से छलांग लगा दी। चंगुल से बचकर भागे युवक की जानकारी पर पुलिस ने शिवम और विकास चौधरी समेत तीन आरोपियों को दबोच लिया। उनके चंगुल से दूसरे युवक को मुक्त करा लिया।
ओडिशा से आगरा में भारी मात्रा में गांजा तस्करी करके लाया जाता है। इसके चलते मामले के तार गांजा तस्करी से जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है। पकड़े गए आरोपितों ने ओडिशा से आए युवको को क्यों बंधक बनाया। फिरौती की रकम चार लाख ही क्यों मंगाई गई? युवकों ने ऑटो गैंग द्वारा लेकर आने पर शोर क्यों नहीं मचाया? ऐसे कई सवाल हैं, पुलिस का जिनका जवाब आरोपियों और मुक्त कराए गए युवकों से पूछताछ में जानने का प्रयास कर रही है।
ओडिशा के काेरापाट के रहने वाले सुनील और जग्गो विगत 21 नवंबर को यहां आए थे। उन्हें किले के पास मिले ऑटो गैंग ने आगरा घुमाने के बहाने बैठा लिया। इसमें पहले से तीन लोग सवार थे। ऑटो गैंग सुनील और जग्गो को टेढ़ी बगिया स्थित एक मकान में लेकर गए। वहां पर बंधक बना मारपीट शुरू कर दी। युवकाें को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद उनके परिवारीजनों को फोन करके चार लाख रुपये लेकर आने को कहा।

परिवारीजनों ने ओडिशा पुलिस को इसकी सूचना दी। वहां मुकदमा दर्ज कर पुलिस सुनील और जग्गो की बरामदगी के प्रयास में जुटी थी। इसकी सूचना आगरा पुलिस अधिकारियों को देने पर उन्होंने टीम बनाई। इसी दौरान बंधक बनाए गए सुनील को मंगलवार रात मौका मिल गया। उसने मकान की छत से छलांग लगा दी। इससे हाथ और पैर में फ्रैक्चर हो गया। आसपास के लोगों को सुनील ने घटना की जानकारी दी।सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों को दबोच लिया। घायल सुनील को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि पकड़े गए विकास चौधरी और शिवम से पुलिस पूछताछ कर रही है।

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